अर्बन इस्टेट-2 में पतंग लूटते समय किसी गाड़ी से टक्कर के बाद जख्मी बच्चे की इसलिए मौत हो गई क्योंकि वह घर में अढ़ाई घंटे रजाई में छिपा रहा। उसे डर था कि अगर पिता को पता चला तो वह डांटेंगे। ढ़ाई घंटे बाद जब पिता को इस बात का पता चला तो बहुत देर हो चुकी थी। उसे अस्पताल तो ले गए मगर डाक्टर उसे बचा न सके।
उत्तर प्रदेश में सीतापुर के मूल निवासी जगदीश कुमार ने बताया कि वह फैमिली के साथ अर्बन इस्टेट-2 से सटे साबोवाल में रहते हैं। इतवार शाम वह काम से लौटा तो देखा कि छोटा बेटा सरवेश रजाई में छुपा था। सरवेश की रजाई हटाई तो उसके नाक और कान से खून बह रहा था। सरवेश ने केवल इतना कहा कि- पतंग लूटते समय किसी गाड़ी से टक्कर हो गई। पिता लोगों की मदद से उसे प्राइवेट अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, जहां रात 9 बजे बच्चे ने अंतिम सांस ली।
बेटे की मौत के बाद मां राम रानी अपनी सुध-बुध खो बैठी थी। सरवेश सरकारी स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता था। 12 साल के बड़े भाई सतीश को भी नहीं पता कि टक्कर किस गाड़ी से हुई। दोपहर 4 बजे सरवेश दौड़ता आया और कमरे में जाकर लेट गया।
एसएचओ बिमल कांत का कहना है कि आरोपी ड्राइवर का पता लगाने के लिए पुलिस एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ले रही है। अभी तक कोई एेसा शख्स सामने नहीं आया जिसने एक्सीडेंट होते देखा हो।