पंजाब में 19 किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन का असर हरियाणा में दिखाई दिया। अंबाला में भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के आह्वान पर किसान नेशनल हाईवे-152 D पुल के नीचे रेलवे ट्रैक पर बैठे और 4 घंटे तक शंभू टोल प्लाजा के पास गांव घेल (अंबाला) के पास ट्रैक जाम किया। किसानों ने दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इससे पहले पंजाब के किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने चेतावनी दी थी कि 4 बजे हमारा आंदोलन खत्म हो जाएगा। इस दौरान हरियाणा की CM मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार ने कोई पंगा लिया तो फिर आंदोलन को बढ़ा दिया जाएगा।
किसानों के प्रदर्शन की वजह से पंजाब-हरियाणा में 200 से ज्यादा ट्रेन प्रभावित हुई। यह पूरे उत्तर भारत को कनेक्ट करती हैं। फिलहाल रेलवे ने शनिवार को 136 ट्रेनों को रद्द किया था। वहीं 25 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट, 26 ट्रेनों को ओरिजनेटेड और 16 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं।
किसान नेता दिलबाग सिंह हरिगढ़, सुरेश कौथ, हरविंदर सिंह गिल ने कहा कि 23 और 24 अक्टूबर को किसानी दशहरा मनाया जाएगा और सरकार की कॉर्पोरेट पक्ष की नीतियों का विरोध किया जाएगा।