हरियाणा सरकार ने राज्य में सक्रिय नशा तस्करों का संगठन (नेक्सस) तोड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस साल जनवरी से लेकर सितंबर माह तक नौ माह में राज्य पुलिस नशा तस्करों के पीछे बुरी तरह से पड़ी रही। हर रोज औसतन दो नशा तस्करों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य की पुलिस को नशा तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए फ्रीहेंड दिया हुआ है। नौ माह की अवधि में पहले एडीजीपी श्रीकांत जाधव हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुखिया थे और अब एडीजीपी ओपी सिंह एनसीबी प्रमुख का कार्यभार देख रहे हैं।
सीआईडी चीफ आलोक कुमार मित्तल तथा तत्कालीन पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल के सहयोग से राज्य में पहले नशा तस्करों को सूचीबद्ध किया गया। फिर उनके विरुद्ध कार्रवाई अभियान चलाया गया। नए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने नशा तस्करों की कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रखी है। अब तक नशा तस्करों से ढ़ाई किलो हेरोइन, 23 किलो चरस, 41 किलो अफीम, 1228 किलो ओपियम पापी स्ट्रा और 1370 किलो गांजा जब्त किया जा चुका है।
नशा तस्करों द्वारा काली कमाई से बनाई गई अवैध संपत्ति को गिराने व जब्त करने की कार्रवाई साथ-साथ जारी है। इससे नशा तस्करों व उनके परिवार के सदस्यों में पूरी तरह से खौफ बना हुआ है, जिसका असर युवा पीढ़ी को नशे की दलदल से बाहर निकालने के रूप में सामने आ रहा है।