प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 25 सितंबर को जयपुर में होने वाली रैली कई मायनों में अद्भुत होगी। रैली में भीड़ जुटाने से लेकर पानी पिलाने तक, ट्रैफिक संचालन से लेकर मंच संचालन तक की हर जिम्मेदारी महिलाएं संभालेंगी।
रैली में आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी महिलाएं करेंगी और मेहमानों के स्वागत की पूरी तैयारी भी महिलाएं ही कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इस रैली के साथ ही भाजपा के चुनावी अभियान में विशेष आक्रामकता दिखाई पड़ेगी जिसमें कांग्रेस की हर रणनीति का उचित जवाब अपनाने की योजना बनाई गई है।
कार्यक्रम स्थल पर 25 हजार विशेष महिलाएं केसरिया साड़ी और साफा पहने हुए होंगी, जो कार्यक्रम में आने वालों का स्वागत करेंगी। महिलाओं के हाथ में धन्यवाद मोदी जी का प्लेकार्ड भी होगा। यह देश की महिलाओं को लोकसभा-विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए किया जाएगा। महिलाएं देश की महिलाओं की ओर से प्रधानमंत्री का स्वागत और अभिनंदन करेंगीं।
राजस्थान की हर विधानसभा और हर बूथ पर 11 महिलाओं की विशेष शक्ति केंद्र प्रमुख बनाई गई हैं। इनकी जिम्मेदारी हर बूथ पर महिलाओं को सशक्त करने की है। ये महिलाएं भी कल रैली का हिस्सा होंगी। राजस्थान में भाजपा ने इस समय महिला प्रवासी अभियान चला रखा है। इसके अंतर्गत महिलाएं दूसरी विधानसभाओं में जाकर जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही हैं। ये महिलाएं भी 25 सितंबर के कार्यक्रम का हिस्सा होंगी।
राजस्थान भाजपा की प्रवक्ता पूजा कपिल मिश्रा ने अमर उजाला से कहा कि यह रैली इस मायने में अद्भुत होगी कि यहां हर काम महिलाएं संभालेंगी। अब तक देश के किसी भी राजनीतिक दल की रैलियों में महिलाओं को केवल भीड़ के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन उन्हें मंच संचालन और अन्य प्रमुख भूमिकाओं से दूर रखा जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिलाओं के प्रति विजन को ध्यान में रखते हुए यहां रैली की हर छोटी बड़ी जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई है। वे हर कार्य को दक्षता के साथ संपन्न कर यह संकेत देंगी कि महिलाएं केवल भीड़ बढ़ाने के लिए नहीं हैं। बल्कि वे हर जिम्मेदारी को कुशलतापूर्वक पूरा कर सकती हैं।
पूजा कपिल मिश्रा ने कहा कि कार्यक्रम स्थल की जिम्मेदारी संभालने के लिए एक हजार विशेष महिलाओं की नियुक्ति की गई है। मंच संचालन, भीड़ संचालन, ट्रैफिक संभालने से लेकर लोगों के खाने-पीने की हर जिम्मेदारी महिलाएं ही संभालेंगी। यह सिद्ध करता है कि भाजपा केवल महिलाओं की भागीदारी की बात ही नहीं करती है, बल्कि आगे बढ़कर उन्हें जिम्मेदारी भी देती है जिससे उनकी क्षमता निखर कर सामने आ सके।