हरियाणा के चरखी दादरी में बेरला निवासी आठवीं पास श्रमिक विक्रम के खाते में 200 करोड़ रुपये का मामला सुर्खियों में बना है। युवक विक्रम के भाई प्रदीप और मां बीना देवी के अनुसार जिस खाते में रकम आई है वो यश बैंक का है और इस राशि को होल्ड किया गया है।
फिलहाल परिजनों को इसकी जानकारी नहीं है कि ये राशि किसने और क्यों डाली है। खास बात ये है कि ये राशि डालने के लिए जितनी भी ट्रांजेक्शन हुई हैं उन ट्रांजेक्शन की राशि के सभी अंक 9 ही हैं, जो अचरज की बात है।
दरअसल, बेरला निवासी विक्रम आठवीं पास है और दो माह पहले नौकरी करने पटौदी क्षेत्र में गया था। वहां उसने एक्सप्रेस-20 नामक कंपनी में बतौर श्रमिक ज्वाइन किया। विक्रम के भाई प्रदीप के अनुसार खाता खुलवाने के लिए विक्रम से दस्तावेज लिए गए और बाद में उसका खाता रद्द होने की बात कहकर उसे नौकरी से निकाल दिया गया। वहां विक्रम ने करीब 17 दिन काम किया।
विक्रम के भाई के अनुसार, गत दो सितंबर को यूपी पुलिस उनके घर आई। तीन सदस्यीय टीम में एक इंस्पेक्टर, एक एसआई और एक कांस्टेबल शामिल था। टीम ने बताया कि विक्रम के खाते में 200 करोड़ रुपये की रकम आई है। जब पुलिस टीम ने उसे साथ ले जाना चाहा तो परिजनों ने विरोध किया। इसके बाद पूछताछ कर पुलिस टीम वहां चली गई।
प्रदीप ने बताया कि इसके बाद वो पिलानी यश बैंक की ब्रांच में पहुंचा और वहां विक्रम का खाता नंबर देकर जमा राशि के बारे में पता किया तो पुष्टि हुई कि 200 करोड़ से अधिक की रकम होल्ड पर है। प्रदीप ने बताया कि बैंक से उन्हें पता चला कि ये राशि गुजरात पुलिस ने होल्ड करवाई है। प्रदीप के अनुसार उसे संदेह है कि जो पुलिस टीम उनके घर पहुंची वो नकली हो।