पूर्व राष्ट्रपति डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 136वीं जयंती देशभर में शिक्षक दिवस के तौर पर मनाई जाती है। पंचकूला के इन्द्रधनुष ऑडीटोरियम शिक्षक दिवस का राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरक्त की।
इस अवसर पर हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुज्जर, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव, शिक्षा सुधीर राजपाल, पंचकूला मेयर कुलभूषण गोयल, माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक अंशज सिंह, मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक आर एस ढिल्लों भी मौजूूद रहे। आज के कार्यक्रम में 69 शिक्षकों को राज्यस्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। थे।समारोह में स्कूल शिक्षा विभाग तथा यूनिसेफ द्वारा पासपोर्ट टू अर्निंग(पी2ई) फॉर स्कूल्स लर्निंग लिटरेसी कार्यक्रम का ब्रॉशर भी राज्यपाल द्वारा लांच किया गया। इस अवसर पर लाईबेररी आॅन वीलस की बस को झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज पूर्व राष्ट्रपति डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 136वीं मनाई जा रही है। उन्होंने अधिक समय शिक्षक के रूप में काम किया।आज प्रदेश के शिक्षकों के बीच आकर गौरवनित महसूस करते हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास में सभी शिक्षकों का विशेष योगदान रहता है।इसके लिए सबको बधाई । उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्र्रह किया कि वे सभी बच्चों को शिक्षित करने में अपना सहयोग दें जिससे कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे। इसी दिशा में सरकार द्वारा प्रदेश में 1125 विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं जिनमें 28,139 आउट ऑफ स्कूल चिल्ड्रन को 6 महीनों का विशेष प्रशिक्षण देकर सामान्य स्कूलों में प्रवेश दिलाने की दिशा में काफी अच्छी कोशिश की गई है। ऐसे बच्चों के लिए कदम नामक अध्ययन सामग्री की विशेष टूल किट बनाई गई है। उन्होंने समारोह में नई शिक्षा नीति की भी सराहना की। उन्होंने समारोह में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘ निष्काम अपना काम करने वाला ही शिक्षक होता है‘। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे इस भाव को ह्दय में रखते हुए अपना काम करें ताकि हरियाणा प्रदेश को नई उंचाईयों तक पहुंचाया जा सके।