Sunday , 10 November 2024

चंद्रयान-3 के बाद अब सबकी नजरें आदित्य एल-1 मिशन पर, जानें क्या है इस Mission का मकसद ?

चंद्रयान-3 के बाद अब सबकी नजरें आदित्य एल-1 मिशन पर है। इस मिशन का उद्देश्य सूर्य के बारे में और अधिक जानकारी जुटाना है। चंद्रयान मिशन तो 3.84 लाख किलोमीटर का था, लेकिन एलवन मिशन उससे चार गुणा अधिक दूरी तय करने वाला है।

दरअसल, सूर्य की ऊपरी सतह पर एक्सप्लोजन होते रहते हैं. लेकिन यह किसी को अंदाजा नहीं है कि ये विस्फोट कब होते हैं और इसमें होता क्या है। हमारा टेलीस्कोप इसे कैप्चर करेगा. उसके बाद उन आंकड़ों का अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए खास तौर पर एआईबेस्ड एलिमेंट तैयार किया गया है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुंसधान परिषद, इसरो, दो सितंबर को अपना सन-मिशन लॉन्च करेगा। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सूर्य के बारे में और अधिक जानकारी जुटाना है। इस मिशन को ‘आदित्य एल-1’ नाम दिया गया है। सूर्य की सबसे बाहरी परत, जिसे कोरोना कहा जाता है, उसका अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए मिशन में सात पेलोड शामिल होंगे।


वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य की ऊपरी सतह पर एक्सप्लोजन होते रहते हैं, लेकिन इनके बारे में बहुत कुछ पता नहीं है। साथ ही यह भी नहीं पता है कि ये एक्सप्लोजन कब होते हैं। इस मिशन में इसका अध्ययन किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *