मिजोरम में कुरुंग नदी पर हादसा उस वक्त हुआ जब श्रमिक निर्माणाधीन रेलवे पुल पर गार्डर रख रहे थे। गार्डर रखने के आखिरी क्षणों में अचानक संतुलन बिगड़ा और गार्डर नीचे गिर पड़ा। श्रमिकों को इस अचानक हादसे की वजह से संभलने का मौका भी नहीं मिला और 26 श्रमिक उसके नीचे दब गए। जानकारी सामने आई है कि, इस हादसे में 18 लोगों तकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, राज्य प्रशासन, रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से गार्डर के नीचे दबे श्रमिकों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। इनमें 18 श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई थी दो गंभीर रूप से घायल श्रमिकों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पांच श्रमिक अभी भी लापता हैं।
मिजोरम में जो हादसा हुआ है, वह भैरवी-सैरांग रेलवे प्रोजेक्ट के ब्रिज नंबर 196 पर हुआ। पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों की राजधानियों को रेल लाइन से जोड़ने के क्रम में मिजोरम के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। 51.38 किमी लंबी भैरवी-सैरांग रेल लाइन परियोजना 85 प्रतिशत से अधिक पूरी हो चुकी है। इसे फरवरी 2024 तक चालू करने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, मिजोरम में हुए पुल हादसे से दुखी हूं। प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी संवेदना व्यक्त की।