भारत समेत दुनिया के लिए आज का दिन बहुत खास है। भारत का मिशन मून सफल होता है तो ये दिन बेहद ऐतिहासिक हो जाएगा। चंद्रयान-3 का लैंडर आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर लैंड करेगा। इसरो का कहना है कि चंद्रयान की लैंडिंग की सभी प्रकियाएं पूरी हो गई हैं और वो पूरी तरह से तैयार हैं।
देशभर में सफल सॉफ्ट लैंडिंग के लिए पूजा-पाठ हो रही है. लैंडिंग में 15 से 19 मिनट लगेंगे। सबसे बड़ी बात है कि अगर आज चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होती है और मिशन सफल होता है तो भारत चांद के साउथ पोल पर उतरने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। इस बीच इसरो की तरफ से कहा गया है कि चांद पर उतरने से 2 घंटे पहले वैज्ञानिक इस बात पर गौर करेंगे कि तय समय पर लैंड करना उचित है या नहीं। अगर इसमें किसी प्रकार की कोई बाधा नजर आती है तो फिर लैंडिंग 27 अगस्त को कराई जाएगी।
अगले चरण में विक्रम को और नीचे उतारा जाएगा और 150 मीटर तक नीचे लाया जाएगा।। इस दौरान खतरे का पता लगाने वाला कैमरा एक्टिव हो जाएगा और विक्रम लैंडर के बैलेंस की जांच करने के लिए असमान सतहों को खोजने के लिए फोटो लेगा। इसके बाद विक्रम को 150 मीटर नीचे उतरने और चंद्रमा की सतह पर धीरे से उतरने में 73 सेकंड का समय लगेगा। लैंडर के पैरों को इस तरह बनाया गया है कि वे अधिकतम 3 मीटर/सेकंड (लगभग 10.8 किमी प्रति घंटा) के प्रभाव का सामना कर सकते हैं।