पंचकूला में स्वतंत्रता की 76वीं वर्षगांठ धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाई गई। आजादी के अमृत महोत्सव केे समापन अवसर पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ने तिरंगा फहराया। सेक्टर-5 स्थित परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया जिसमें हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भव्य परेड की सलामी ली। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने पंचकूला के सैक्टर -12 स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र चढाकर देश के शहीदों व बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ज्ञानचंद गुप्ता ने समारोह में उपस्थित स्वतंत्रता सेनानियों, उनकी वीरांगनाओं व उनके परिजनो को सम्मानित करते हुए उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर अपने स्वतंत्रता दिवस संदेश में ज्ञानचंद गुप्ता ने देश की आजादी आंदोलन में बलिदानियों की गौरवगाथा का उल्लेख किया और कहा कि आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन – आन्दोलन खड़ा किया जिसके बलबूते हम सन् 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढियां प्रेरणा हासिल करें, इसके लिए हम अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बना रहे हैं। आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी में निरंतर योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को उनकी देशभक्ति से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुकाया जा सकता, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। इसके अलावा, आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अब तक शहीदों के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है।
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पिछले 9 साल में हरियाणा सद्भाव, सौहार्द, समान विकास, समरसता के साथ-साथ उन बदलावों का साक्षी रहा हैं, जिनसे हर आदमी का जीवन सरल, सुगम और सुरक्षित हुआ है। ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान में ऐसे ही वीरों के नाम पूरे देश के गांवों के गौरव पट्ट पर अंकित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में जनसेवा और जनता के बीच दीवार बन चुकी व्यवस्था को न केवल बदलने का काम किया गया है, बल्कि ऐसी व्यवस्था देने का प्रयास किया गया है, जिसमें जन-जन को योजनाओं और सेवाओं का लाभ सरल तरीके से प्राप्त हो।
प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इस साल को सरकार द्वारा ‘अन्त्योदय आरोग्य वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए तकरीबन 85 लाख आयुष्मान भारत – चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए हैं। निरोगी हरियाणा योजना में लगभग 25 लाख गरीबों के स्वास्थ्य की जांच की है। ‘हर घर नल से जल’ कार्यक्रम में 13 लाख घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में सरकार ने गरीबों का जीवन-स्तर ऊपर उठाने के लिए अंत्योदय मेले लगाकर 50 हजार से अधिक गरीबों को स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किए हैं। गरीबों के सिर पर छत उपलब्ध करवाने के लिए ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ के तहत 36 हजार मकान बनाए गए हैं, जबकि 16 हजार मकान बनाए जा रहे हैं। सरकारी नौकरियों में गरीब परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक दिये जा रहे हैं। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी गरीब परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।