हिमाचल प्रदेश में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिन से राज्य में मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके चलते कई जगह भूस्खलन हुआ है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही आठ जिलों में बाढ़ की चेतावनी भी जारी की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने शनिवार को बताया कि शिमला, कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और सोलन जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान बाढ़ आने की आशंका है। इन जिलों में भारी वर्षा, बादल फटने और भूस्खलन की भी संभावना बनी हुई है।
इस बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए विशेष एजवाइजरी भी जारी कर दी है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू की ओर से आठ बिंदुओं पर जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि लगातार हो रही व्यापक वर्षा के कारण कई सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई हैं और नदी-नालों में अचानक बाढ़ की स्थिति बन गई है। कई स्थानों पर भूस्खलन होने से सड़क हादसे हो रहे हैं।
कई पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों पर भूस्खलन हुआ है तथा बड़ी संख्या में सड़क मार्ग अवरुद्ध रहे हैं। ऐसे में पर्यटक एवं स्थानीय लोग बहुमूल्य जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए अनावश्यक यात्रा न करें। अतिआवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें। इसके साथ ही कहीं पर जाने से पूर्व वहां की स्थिति और प्रशासन की सलाह का पालन करने को कहा गया है।
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान हुई भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को राज्य में भूस्खलन से दो नेशनल हाइवे समेत 395 सड़कें बंद रहीं। सोलन में कालका-शिमला एनएच-5 और मंडी में मंडी-कुल्लू एनएच-21 अवरुद्ध है। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 191 सड़कें बंद हैं। शिमला में 43, बिलासपुर में 41, कुल्लू में 38 और सोलन में 33 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारी वर्षा से 1184 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए हैं। मंडी में 573, कुल्लू में 550, सोलन में 44 और चम्बा में 14 ट्रांसफार्मर खराब हैं।