हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ ने आफत मचा के रखी है। वहीं गुरुवार को कई जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई है। बादल फटने से यहां के सिरमौर में लापता हुए परिवार के पांच सदस्य मलबे में दबे हुए पाए गए।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम मलागी ददियात, औली, तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर में बादल फटने की घटना हुई है। इस घटना के कारण कुलदीप कुमार के परिवार के 5 सदस्य लापता हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, बादल फटने से गिरि नदी का जल स्तर बढ़ गया।
बता दें, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से पहाड़ी राज्य में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की कुल संख्या 223 तक पहुंच गई है। जबकि 295 घायल हुए हैं। राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य को 6,650 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। 800 से ज्यादा घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि अन्य 7,500 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई स्थानीय निकाय, स्कूल और सामुदायिक केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्य में चल रहे बहाली कार्य की निगरानी कर रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से सभी क्षेत्रों में भारी क्षति हुई है और यह पिछले 50 वर्षों में राज्य में देखी गई सबसे बड़ी तबाही है। सुक्खू ने कहा कि ऑडिट आपत्तियों के कारण पिछले कुछ वर्षों से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत लंबित ₹315 करोड़ में से ₹189 करोड़ केंद्र सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं।