हरियाणा के नूंह और सोहना में सोमवार को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद यूपी के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। नूंह हिंसा में बागपत निवासी बजरंग दल के एक नेता की भी मौत हुई है। जिससे हिन्दू संगठनों में काफी आक्रोश है। हरियाणा में हुई हिंसा के बाद अखिलेश यादव ने जहां इसे डबल इंजन सरकार की नाकामी बताया था वहीं अब बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार के खुफिया तंत्र को निष्क्रिय बताकर हमला बोला है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा में संप्रदायिक दंगों का भड़कना और इसका गुरुग्राम और अन्य क्षेत्रों में बिना रोक-टोक फैलना साबित करता है कि मणिपुर की तरह ही हरियाणा राज्य में भी कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और वहां की सरकार का खुफिया तंत्र भी निष्क्रिय है। अगर राज्य सरकार प्रस्तावित यात्रा, जुलूस को सुरक्षा नहीं दे सकती तो वे ऐसे आयोजनों को अनुमति क्यों देती हैं?
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरियाणा की हिंसा पर भाजपा सरकार को घेरा है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया, हरियाणा की हिंसा, मणिपुर के बाद डबल इंजन सरकार की नाकामी का एक और उदाहरण है। सरकार के रूप में भाजपा का इंजन फेल हो गया है। वहीं, समाजवादी मीडिया सेल ने गोरखपुर में दिव्यांग को जिंदा जलाने की घटना पर योगी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा है।