हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के येलो अलर्ट के बीच सोमवार दोपहर तक मौसम साफ रहा, उसके बाद कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिली रही। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंगलवार के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, बुधवार और गुरुवार के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में 30 जुलाई तक मौसम खराब बना रहेगा।
उधर, जनजातीय जिला किन्नौर के पानवी में भूस्खलन से नेशनल हाईवे पांच ठप हो गया है। किन्नौर में बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है। नेशनल हाईवे पांच पानवी के पास रविवार शाम को बाधित हो गया था, इसे सोमवार सुबह यातायात के लिए बहाल किया गया, लेकिन पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण एनएच फिर से यातायात के लिए अवरूद्ध हो गया है। इस कारण वाहनों की आवाजाही कक्षस्थल से जेएसडब्ल्यू पावर हाउस होकर वांगतू से करवाई जा रही है।
कुल्लू-मनाली और पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे समेत 600 सड़कें अभी भी बाधित चल रही हैं। 359 बिजली ट्रांसफार्मर और 324 पेयजल योजनाएं अभी भी बंद हैं। कुल्लू-मनाली में अभी भी जनजीवन पटरी पर नहीं उतरा है। उधर, कुल्लू कह मलाणा जल विद्युत परियोजना के चरण दो के डैम में पानी अब ओवरफ्लो होकर बह रहा है। डैम के टूटने का भी खतरा बना हुआ है। बाढ़ के बाद मलाणा के लिए ब्रिज फोर से आगे सड़क बाधित है। ऐसे में डैम से सिल्ट और बाढ़ का मलबा नहीं निकाला जा सका है। मंडी जिला में सोमवार सुबह मौसम साफ रहा। दोपहर को तेज बारिश दर्ज की गई। मंडी सहित सरकाघाट, बल्ह, सुंदरनगर, नाचन सराज, धर्मपुर, रिवालसर में बादल झमाझम बरसे। सरकाघाट की नरोला पंचायत में बारिश के चलते एक गोशाला ढह गई।