हरियाणा डेस्क:- बाढड़ा विधायक नैना सिंह चौटाला ने गांव पिचौपा कलां के युवाओं से खेल स्टेडियम निर्माण करवाने बारे किया गया वायदा अब जल्दी ही पूरा होता दिख रहा है। विधायक नैना सिंह चौटाला के निर्देश पर लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों ने गांव पिचौपा कलां पहुंच खेल स्टेडियम के लिए चिह्नित जमीन का पुनः निरीक्षण किया। गांव पिचोपा कलां पहुंचे लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार, एसडीओ अश्वनी कुमार और कनिष्ठ अभियंता प्रेम कुमार ने ग्रामीणों द्वारा गांव में खेल स्टेडियम निर्माण बारे चयनित जगह का मौका मुआयना कर अस्टीमेट बनाना शुरु कर दिया हैं। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को शहरी तर्ज पर खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए गांव पिचौपा कलां में उपमंडल स्तरीय खेल स्टेडियम के निर्माण करवाने का क्षेत्र के युवाओं का पुराना सपना अब साकार होता दिख रहा है। विधायक नैना चौटाला के मांग पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता की अगुवाई में टीम भेजकर मौका मुआयना करने व संभावित बजट का प्रांकलन तैयार कर राज्य मुख्यालय भिजवाने का दिशा-निर्देश दिया है।
बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र के युवाओं की खेलों के प्रति विशेष रुझान रहा है और यहां के आर्मी, पुलिस व निजि टीमों में वालीबाल, कबड्डी, मुक्केबाजी व कुश्ती के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का लोहा मनवाया है। क्षेत्र के खिलाड़ियों ने विधायक नैना चौटाला से गांव पिचौपा कलां में वर्ष 2018 से लंबित खेल स्टेडियम का निर्माण करवाने की मांग की थी। जिस पर उन्होंने युवाओं से जल्द से जल्द आधुनिक सुविधा युक्त खेल स्टेडियम निर्माण करवाने का वायदा किया था। लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार ने बताया कि गांव पिचौपा कलां की शामलाती साढें छह एकड़ भूमि पर आधुनिक सुविधा युक्त भव्य खेल प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा की स्टेडियम में अलग-अलग तरह के मैचों के लिए खेल मैदान, खिलाड़ियों के विश्राम कक्ष, जीम इत्यादि सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिए प्रपोजल तैयार करवाया जा रहा हैं।
विधायक नैना चौटाला ने कहा कि उपमंडल क्षेत्र में खिलाड़ियों को आधुनिक खेल सुविधा मुहैया करवाने में बजट की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। गांव पिचौपा कलां में प्रस्तावित खेल स्टेडियम की वो स्वयं मानिटरिंग करेंगी ताकि निर्माण कार्य को जल्द स्वीकृति मिलें। जल्द ही इस पिछड़े क्षेत्र के लड़के-लड़कियों के लिए ग्रामीण स्तर पर ही सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।