हरियाणा डेस्क :-दादरी, इनेलो सुप्रीमो एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने दावा किया कि आज तानाशाही शासकों के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा जिस प्रकार अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ देश एकजुट हुआ और आंदोलन की लड़ाई लड़ी ठीक वैसे ही इस सरकार के खिलाफ एकता का प्रदर्शन करना बेहद जरूरी है। वे इनेलो की हरियाणा परिवर्तन पदयात्रा के तहत 43वें दिन दादरी हलका विधानसभा में आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि इनेलो ने कभी भी गठबंधन से परहेज नहीं किया मगर भाजपा से जब इनेलो ने गठबंधन किया तो भाजपा ने उनके साथ फरेब किया।
भाजपा सिर्फ स्वार्थी लोगों की पार्टी है और इस पार्टी में शामिल हर कोई पूंजीपतियों के लिए ही काम करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र में सरकार बनाते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि सरकार आने पर देश के किसानों की आय को दोगुणा किया जाएगा मगर बड़ी हैरानी की बात है कि इसी सरकार में किसानों को हक अधिकार के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और आज उसी शासन में देश और प्रदेश का किसान कर्जदार हो गया है। हरियाणा में स्थिति और भी बदतर हो रही है। प्रदेश के किसानों की उपज बेमौसम की भेंट चढ़ गई और किसानों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा मगर ये सरकार सिर्फ लीपापोती में ही जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि किसान कर्जदार हो रहा है और सरकार मूकदर्शक बन कर बर्बादी का मंजर देख रही है। प्रदेश के किसानों को खराब हुई फसलों का सरकार को उचित मुआवजा देना चाहिए और फसल खरीद के साथ साथ समय पर भुगतान दिया जाए और मंडियों व खरीद केंद्रों में उचित व्यवस्था होनी चाहिए लेकिन ये सरकार किसानों के ही विपरीत नीतियां बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि अब समय बदल रहा है और बदलाव के इस समय में इनेलो एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो का मजबूत संगठन है और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है।
उन्होंने कहा कि पदयात्रा ने एक नया माहौल बनाया है और इसी का ही असर है कि जहां भी यह यात्रा जा रही है सैकड़ों लोग पूरे जोश के साथ इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। इसी कड़ी में जगाधारी विधानसभा क्षेत्र से पार्षद रामेश्वर भारद्वाज, यमुनानगर से पूर्व पार्षद राम शंकर राय, यमुनानगर के वार्ड 11 से दीपक महतो, भाजपा यमुनानगर के पूर्वांचल प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष रणधीर सिंह, जिला उपाध्यक्ष डा. विनोद मिश्रा, राजेश गुप्ता एवं आरपी सिंह ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को छोड़ते हुए इनेलो का झंडा थामा।