हरियाणा डेस्क:- जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने गठबंधन के विषय पर एक बार फिर बड़ा खुलासा किया है। दिग्विजय ने कई सबूत प्रेस के सामने रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके पुत्र सांसद दीपेंद्र हुड्डा की पोल खोली। दिग्विजय ने बताया कि विधानसभा चुनाव-2019 के परिणाम के बाद गठबंधन और इससे चार महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन में कैसे भूपेन्द्र सिंह रोड़ा बने और उन्होंने कैसे अपनी नकारात्मक सोच को दर्शाया। गुरुग्राम में जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह के साथ दिग्विजय चौटाला ने एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह खुलासे किए। इस दौरान इनसो के सदस्यता अभियान की भी शुरुआत की गई। जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा आज जगह-जगह जाकर सरेआम झूठ बोलकर दुष्प्रचार कर रहे है इसलिए गठबंधन के विषय पर स्पष्टता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा 2019 के चुनाव परिणाम के बाद जेजेपी ने विधायक दल की बैठक करके हरियाणा के हित से जुड़े तीन महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ देने के लिए सबके सामने खुला ऑफर रखा था। उस दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट रूप से बिना किसी लोभ लालच के कहा था कि जो हमारे इन मुद्दों पर सहमति जताएगा, जेजेपी उसके साथ होगी और हरियाणा के विकास के लिए हमारे लिए कोई अछूत नहीं है। दिग्विजय ने कहा कि उस दौरान कई कांग्रेसी नेताओं ने हमारे कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर सहमति भी जताई थी लेकिन इस बीच भूपेंद्र हुड्डा की सोच नकारात्मक रही । वे इस बात पर अड़े रहे कि पहले समर्थन करो, फिर आगे मुद्दों पर बात होगी, निर्दलीयों से बात होगी। दिग्विजय ने यह भी बताया कि तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जेजेपी के युवाओं को 75 प्रतिशत रोजगार कानून, महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण और बुढ़ापा पेंशन के विषय पर सहमति जताई थी और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत हमारा समझौता हुआ।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि आज भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा गठबंधन पर अलग-अलग राय दे रहे है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा कहते है कि हमारी कोई बात नहीं हुई थी लेकिन दीपेंद्र हुड्डा कहते है कि हम सब मानने को तैयार थे। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इस पर दोनों पिता-पुत्र को मुद्दा भटकाने और जनता को गुमराह करने की बजाय स्पष्ट करना चाहिए कि उस दौरान उनकी बातचीत हुई थी या नहीं हुई थी ? जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इससे पहले लोकसभा चुनाव-2019 में भी आप-जेजेपी और कांग्रेस के महागठबंधन की बात चली थी लेकिन इसमें भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोड़ा बने। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन और हरियाणा के हित के लिए कांग्रेस को 7, जेजेपी को 2 और आम आदमी पार्टी को 1 सीट देने पर महागठबंधन के लिए कांग्रेस को छोड़कर सभी तैयार थे। महागठबंधन न होने से कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी भी नाराज थे। लोकसभा चुनाव के परिणामस्वरूप पिता-पुत्र दोनों चुनाव हारे और अन्य विपक्षी दलों को भी खामियाजा भुगतना पड़ा। दिग्विजय चौटाला ने यह भी कहा कि भूपेंद्र हुड्डा तो ये भी कहते थे कि लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन एक परिवार से दोनों पिता-पुत्र चुनाव लड़े।
दिग्विजय चौटाला ने आगे कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ये कहते है कि उनकी किसी से बातचीत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ये बताएं कि यूपी भवन में समझौते को लेकर क्या बातचीत हुई थी और किस लालच में आकर वे महागठबंधन में रोड़ा बने। उन्होंने कहा कि अगर हुड्डा चाहेंगे तो हम समझौता करवाने वाले नेताओं को भी मीडिया के सामने लाने को तैयार है कि उस समय क्या बातचीत हुई थी। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि अगर भूपेंद्र हुड्डा हमें बार-बार मजबूर करेंगे तो हम इस पर भी खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि मजबूरन हमें फोन कॉल्स के रिकॉर्ड के साथ खुलासा करना पड़ेगा कि हमारी कांग्रेस के किस वरिष्ठ नेता और हुड्डा से कब बातचीत हुई।
जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस की सोच हरियाणा की जनता के हित में कभी नहीं रही है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा सिर्फ अपने बेटे का राजनीतिक भविष्य सुरक्षित करने में लगे हुए है। इसके लिए वरिष्ठ नेता राव इंद्रजीत, चौधरी बीरेंद्र सिंह, कुलदीप बिश्नोई, अशोक तंवर, कुमारी सैलजा की कुर्बानी दी गई। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इसके विपरीत दुष्यंत चौटाला प्रदेश की जनता के हित में फैसले लेते है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा जेजेपी को कभी नहीं रोक सकते। दिग्विजय ने कहा कि आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा जनता के सामने एक्सपोज हो चुके है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा और उनके बेटे निजी तौर पर सिर्फ दुष्यंत चौटाला को टारगेट करते हैं और दुष्यंत चौटाला के अलावा वे किसी भी राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के नेता का नाम तक नहीं लेते, इससे उनकी ईर्ष्या जगजाहिर होती है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने कहा कि जींद उपचुनाव में भी कांग्रेस ने जानबूझकर रणदीप सुरजेवाला को दिग्विजय चौटाला के सामने उतारा था। उन्होंने कहा कि हमारी नीयत सदैव साफ रही है और हमने जनहित में निर्णय लेने का कार्य किया है। निशान सिंह ने कहा कि जेजेपी जनहित के मुद्दों को ही प्राथमिकता देती है।
इससे पहले जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह, जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला और इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने इनसो के सदस्यता अभियान का आगाज किया। इस बारे प्रदीप देशवाल ने बताया कि हरियाणा के शिक्षण संस्थानों में इनसो द्वारा सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक माह तक चलने वाले इस सदस्यता अभियान के जरिए एक लाख नए साथियों को इनसो से जोड़ा जाएगा। देशवाल ने ये भी कहा कि प्रदेश में प्रत्यक्ष रूप से छात्र संघ चुनाव बहाल होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर इनसो निरंतर प्रयासरत है और जरूरत पड़ने पर आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेगी।