ये लड़ाई इनेलो की सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि इस देश और प्रदेश के कमेरे, किसानों, मजदूरों, गरीबों, कर्मचारियों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं के भविष्य को लेकर है।
हरियाणा डेस्क :- महेंद्रगढ़, देश और प्रदेश में महंगाई तो सातवें आसमान पर है और खाद्य उत्पादों के दामों में भी बेतहाशा वृद्धि हो गई लेकिन ऐसे दौर में किसान खुद को ठगा हुआ ही महसूस कर रहा है। किसानों को न तो उनकी फसलों के उचित दाम मिल रहे हैं और न ही नुकसान की भरपाई सरकार कर रही है। यह बात इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने अपनी परिवर्तन यात्रा के 34वें दिन जिला महेंद्रगढ़ हलका नांगल चौधरी के गांव सिरोही भाली में एक सभा को संबोधित करते हुए कही। सभा में लोगों द्वारा किए गए स्वागत पर आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में परिवर्तन का दौर शुरू हो चुका है और बदलाव हरियाणा से होता हुआ पूरे देश भर में दिखाई देगा। इनेलो नेता ने कहा कि कृषि के संसाधनों को महंगा कर दिया गया है। पैट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो गई है, कीटनाशकों के भाव बढ़ गए हैं लेकिन किसानों को उनके उत्पादों की सही कीमत नहीं मिल रही है। यह भी उस शासन में हो रहा है जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता पर काबिज होने से पूर्व किसानों से ये वादा किया था कि सरकार आने पर किसानों की आय दोगुणी होगी लेकिन आय तो दोगुणी नहीं हुई बल्कि किसानों पर कर्जा कई गुणा बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के किसानों को एकजुटता के साथ फिर से वही इतिहास दोहराना होगा जब कृषि के तीन काले कानूनों की लड़ाई मिल कर लड़ी और सरकार को एकजुटता देख कर पीछे हटना पड़ा। उन्होंने कहा कि अब 2024 के चुनावों में भी किसानों को फिर से एक होकर इस सरकार के खिलाफ लड़ाई लडऩी होगी। किसानों की इस दशा को देखते हुए इनेलो तो संघर्ष की राह पर चल रही है लेकिन इसमें हर वर्ग का साथ बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि वास्वत में ये लड़ाई इनेलो की सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि इस देश और प्रदेश के कमेरे, किसानों, मजदूरों, गरीबों, कर्मचारियों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं के भविष्य को लेकर है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में इस बदलाव में युवा ही नया इतिहास लिखेंगे और आने वाले चुनावों में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हमारी पार्टी इनेलो 50 फीसदी टिकटें नए और कर्मठ युवाओं को ही देगी।
उन्होंने कहा कि युवाओं के हाथों में सत्ता की बागडोर होगी तो निश्चित तौर पर नई सोच के साथ विकास की नीतियों को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब वक्त बदलाव का ही नहीं बल्कि सोचने और समझने का है। लोगों को जागने की जरूरत है और उन्हें यह परखने की जरूरत है कि क्या जुमलों के आधार पर देश और प्रदेश उन्नतशील हो सकता है? क्या इसी झूठ के आसरे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रह सकता है? क्या इसी फरेब और जनविरोधी नीतियों के कारण गरीब का भला हो सकता है। अहम बात तो ये है कि इस देश और प्रदेश में आज युवा बढ़ती बेरोजगारी के कारण पथभ्रष्ट हो गया है और बेरोजगारी के संदर्भ में हरियाणा के मुख्यमंत्री को सही आंकड़ों तक की भी जानकारी नहीं है।