हरियाणा डेस्क:-गुरुग्राम, गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा किसी भी आपात सिथित से निपटने के लिए गांव पातली मे इमरजेंसी ड्रिल की गई। इस मॉक ड्रिल में राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) व गेल की टीम ने पाइपलाइन गैस रिसाव होने की स्थिति में वहां पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी। इतना ही नही मॉक ड्रिल के बाद कमियों के लिए समीक्षा बैठक भी की गई। ऑफसाइट इमरजेंसी ड्रिल’ के तहत दोपहर 12 बजे गांव पातली के पास गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की नेचुरल गैस की 18 इंच की गैस पाइपलाइन लीक हो गई। गैस रिसाव के बारे में तुरंत गेल के लाइनमैन ने अपने रीजनल गैस मैनेजमेंट सेंटर को सूचित किया। वहां से इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल तत्काल इंजीनियरों की टीम के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
इस दौरान लेवल दो की आपात स्थिति के तहत अग्निशमन की गाड़ियां, एंबुलेंस पहुंची और लोगों को माइक के माध्यम से सूचना दी गई। यहां ना आएं, गैस का रिसाव हो रहा है। इसके साथ किसी ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग ना करें। इस दौरान गैस रिसाव वाले स्थान को घेराबंदी करके अलग कर दिया गया। घटना स्थल पर गैस रिसाव वाले स्थान पर आग लगने पर इसे लेवल तीन की आपात स्थिति मानते हुए गेल प्रबंधन द्वारा जिला प्रशासन को घटना के बारे में सूचित किया गया और स्वयं सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह अपनी टीम के साथ वहां जा पहुंचे।
जिसमें राज्य आपदा प्रबंधन बल, स्वास्थ्य विभाग की टीम व फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुँचकर हालात पर काबू पाती हैं। इस आगजनी में कुछ लोग भी घिरे हुए दिखाए। गेल, रेडक्रॉस व जिला स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल टीम भी मौके पर पहुंची और तीन जख्मी लोगो प्राथमिक सहायता दे नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया। मॉक ड्रिल में बताया गया कि कहीं भी प्राकृतिक गैस की पाइप लाइन में लीकेज होने पर कोई भी व्यक्ति गेल नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 15101 पर सूचित करें। गेल के मुख्य महाप्रबंधक डी.पी नंदा ने बताया कि गैस पाइपलाइन पर एक निश्चित दूरी पर एक मार्कर होता है। जो दर्शाता है कि यहां से हाई प्रेशर की गैस की लाइन गुजर रही है। कोई भी खुदाई इत्यादि करने से पहले उस मार्कर पर लिखे फोन नंबर पर सूचित करें।