हरियाणा डेस्क:- पलवल, देशभर में H3N2 इनफ्लुएंजा संक्रमण के फैलने तथा सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सतर्कता बरतने के दिए गए आदेशों के बाद पलवल जिले में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके लिए फ्लू के आ रहे मरीजों की जांच के लिए अलग से इंतजाम करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है तथा साथ ही लोगों को एक बार फिर से कोरोना संक्रमण से बचाव वाले उपाय करने के लिए जागरूक करना शुरू कर दिया गया है। पलवल में हालांकि H3 N2 संक्रमण का एक भी मरीज नहीं है। लेकिन केंद्र सरकार की स्वास्थ्य विभाग को जारी की गई एडवाइजरी के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग खुद भी सतर्क हो गया है और अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। अस्पताल में पिछले दिनों से खांसी, जुकाम बुखार के काफी मरीज आ रहे हैं।
उन मरीजों की अब विभाग द्वारा जांच भी कराई जाएंगी। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि किसी के अंदर इनफ्लुएंजा संक्रमण तो नहीं है। अकेले पलवल जिले के नागरिक अस्पताल में खांसी जुखाम के रोजाना 100 के करीब मरीज आ रहे हैं। यहां के अलावा जिले में अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर भी रोजाना मरीज पहुंच रहे हैं। इसके अलावा निजी अस्पतालों में तो मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में डॉक्टर मरीजो को दवा के साथ-साथ कोविड-19 के नियमों की पालना करने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि यह खांसी एक दूसरे को फैल रही है। इससे बचाव भी बेहद जरूरी है। वही दिन में गर्मी और रात में मौसम के ठंडे होने के कारण खांसी जुकाम के मरीज भी काफी आ रहे हैं। जिला सिविल सर्जन डॉक्टर लोकवीर सिंह की माने तो इन्फ्लूएंजा संक्रमण को लेकर स्वास्थ विभाग ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली है। अलग से फ्लू ओपीडी चलाई जा रही है। जिसमें मरीजों के खांसी जुकाम और बुखार से संबंधित बीमारियों का उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा अलग से दस बेड़ो का एक वार्ड भी बना दिया गया है।
जहां ऐसे मरीजों को भर्ती करने की भी व्यवस्था की गई है। सिविल सर्जन ने कहा कि ऐसे में अस्थमा, बीपी शुगर के मरीजों के साथ बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम में परिवर्तन के कारण फ्लू फैल सकता है। ऐसे मरीज घर के बाहर निकलने के दौरान मुंह पर मास्क पहनकर ही निकले और कोरोना संक्रमण के दौरान किए गए बचाव का पालना करना शुरू करें। उन्होंने बताया कि पलवल जिले में अभी तक H3 N2 इन्फ्लूएंजा संक्रमण का एक भी केस नहीं आया है। लेकिन बावजूद इसके सरकार की एडवाइजरी के अनुसार सतर्कता बरतनी जरूरी है। जिले में सभी स्वास्थ्य केंद्रों को इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिए गए हैं कि अस्पतालों में खांसी, जुखाम और बुखार के आने वाले मरीजों की विशेष उपचार किया जाए तथा अगर किसी मरीज में इस संक्रमण से सम्बंधित लक्षण दिखाई देते है। तो उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे।