हरियाणा डेस्क:- मंत्री संदीप सिंह के बचाव में विधानसभा के बजट सत्र में सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा दिए गए बयान के बाद जहां पीडि़ता के परिजनों में सीएम के बयान को लेकर नाराजगी है। तो वहीं अब सामाजिक संगठन सहित कई अन्य संगठन भी सीएम और सरकार के विरोध में सरकार के खिलाफ उठ गए हुए है। गुरूवार को झज्जर की छोटूराम धर्मशाला में सीएम के इसी बयान को लेकर जनवादी महिला समिति के आहवान पर कई संगठन एकत्रित हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि न्याय संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री व राज्य की भाजपा सरकार के इस व्यवहार के खिलाफ राज्य भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों में राज्य सरकार के महिला सशक्तिकरण के दावों की पोल खोली जाएगी। इतना हीं नहीं 4 मार्च को भाजपा राज्य अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमति सांगवान ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ के नारे को जोर-शोर से लगा रही है, दुसरी तरफ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर यौन उत्पीडन के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को बचाने के लिए निर्लज्जता से नहीं हटाएंगे-नहीं हटाएंगे के नारे विधानसभा में जोर-जोर से लगा रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री बेशर्मी पर उतरे हुए हैं। जिस संविधान व कानून की शपथ लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं, उसी को ताक में रखकर आरोपी मंत्री संदीप सिंह के बचाव में खड़े हैं। उनका यह रवैया गंभीर सवाल खड़े करता है। इससे लगता है कि मुख्यमंत्री ने हरियाणा की बेटियों की सुरक्षा की बजाए यौन हिंसा के आरोपियों और बलात्कारियों को बचाने की कसम खाई है।
राज्य के मुखिया का यह रवैया बेहद निंदनीय और अपमानजनक है। इस दौरान पीडि़ता के पिता हरपाल डागर ने विधानसभा में मामला उठाने पर विपक्षी नेताओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सीएम का मंत्री संदीप सिंह के समर्थन में दिया गया बयान यह दर्शाता है कि सीएम ने हठधर्मीता को पकड़ा हुआ है। उनके स्वभाव का जिद्दीपन न्याय की ओर इशारा नहीं करता। सीएम का बयान यह दर्शाता है कि विधानसभा में भी वह अपना जिद्दी स्वभाव अपनाए हुए है। उन्होंने कहा कि सीएम से न्याय की उम्मीद वह हीं नहीं बल्कि हरियाणा का कोई भी व्यक्ति नहीं करता है। इस मामले में जल्द ही देश के गृहमंत्री से भी मिलेंगे। राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से भी वह मिलेंगे। उन्हें बैठक में आमंत्रित किया गया था। हम कोर्ट का भी सहारा लेने जा रहे है।