दिल्ली के मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला यहां पहले से भर्ती मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। अस्पताल प्रशासन ने पहले से भर्ती मरीजों का इलाज करने से मना कर दिया है। जिसके बाद मरीज दिल्ली सरकार और सीएम अरविंद केजरीवाल से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
एक जिंदा बच्चे को मृत घोषित करने के बाद दिल्ली सरकार ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था। अस्पताल ने इस फैसले को कठोर और अनुचित बताया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ऐसे फैसले से मरीजों के इलाज के अवसर सीमित होंगे। अब इस फैसले के बाद कई साल अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी इलाज नहीं मिल पा रहा है।
सरकार के फैसले के मुताबिक रद्द लाइसेंस के बाद अस्पताल किसी नए मरीज को भर्ती नहीं कर सकता। लेकिन फैसले की मार उन मरीजों और लोगों पर भी पड़ रही है जिनका इलाज यहां कई साल से चल रहा है। अब अस्पताल ने पहले से भर्ती मरीजों का इलाज करने से भी इनकार कर दिया है।