सोनीपत में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बंद दरवाजों के भीतर लोकसभा क्षेत्र के 1835 बूथ पालकों के साथ मीटिंग की और बूथ पालकों से मन की बात करते हुए साफ संदेश दिया कि अब चुनाव तक जनता के बीच रहना है और सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है।
हरियाणा:-सोनीपत में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बंद दरवाजों के भीतर लोकसभा क्षेत्र के 1835 बूथ पालकों को जीत का मंत्र दिया। उन्होंने बूथ पालकों से मन की बात करते हुए साफ संदेश दिया कि अब चुनाव तक जनता के बीच रहना है और सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। बूथ पालकों में जोश भरते हुए उन्होंने नारा दिया कि अब बूथ जीता तो समझो चुनाव जीता। साथ ही उन्होंने बूथ पालकों को बूथ ग्रेडेशन समेत 12 टारगेट दिए। बूथ ग्रेडेशन के काम को 15 दिनों में पूरा करने का टारगेट दिया।
वहीं इस दौरान ओपी धनखड़ ने कहा कि सोनीपत और करनाल दो लोकसभा के बूथ पालकों की बैठक गृहमंत्री अमित शाह द्वारा ली गई है। दोनों ही लोकसभा के लिए अमित शाह ने बूथ पालकों को जीत का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अंतिम व्यक्ति तक लेकर जाया जाए और अंतिम व्यक्ति तक के लाभार्थी तक के पार्टी को पहुंचाया । वहीं पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए प्रत्येक बूथ पालक को एक लक्ष्य सौंपा गया है।
वहीं उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का संगठन जिला स्तर पर भी मजबूत है और वहीं कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस से अपनी प्रदेश स्तर की टोली भी नहीं बना पा रहा है। और वहीं उन्होंने हास्यप्रद लहजे में कहा कि कांग्रेस की बात का जवाब देने की आवश्यकता नहीं है। 6 अप्रैल तक के हर पन्ने पर एक पन्ना प्रमुख होगा और इस बात को लेकर संकल्प किया गया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओ.पी. धनखड़ ने कहा कि पार्टी का लक्ष्य है कि प्रदेश में आगामी 6 अप्रैल को सुबह 9 बजे 5 लाख घरों पर पार्टी का झंडा एक साथ फहराएं। इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है। कार्यकर्ताओं को उनके लक्ष्य निर्धारित कर बता दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने 2024 में एक बार फिर प्रदेश की सभी 10 सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्य दिया है, जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा। वहीं कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कार्यक्रम चले तो बात करें, कांग्रेस का हाथ जोड़ो कार्यक्रम कहीं चल नहीं रहा है वहीं राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान खोलने की बात कही थी वह भी नहीं खुल पाई। वही पहले आपस में दिल जोड़े जो अभी तक जुड़े नहीं है।