यूपी में खुले में शौच मुक्त गांवों की हकीकत सामने आती रहती है। ताजा मामला पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस का है जो काफी चौकाने वाला है। जिस गांव को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो महीने पहले खुले में शौच मुक्त घोषित होने का प्रमाण पत्र दिया था। उसी गांव में एक लड़के की शादी इसीलिए तोड़ी दी गई क्योंकि उसके घर शौचालय नहीं था। खुले में शौच मुक्त अभियान की यह जमीनी हकीकत एक सटीक उदाहरण है साथ ही इस अभियान की कलई खोलने के लिए भी काफी है। मामला संज्ञान में आने पर प्रशासन इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रहा है। पीड़ित परिवार को शौचालय बनवाने के लिए सरकारी मद्द भी दी जा सकती है।