विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण चौकीदारों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
झज्जर:- अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण चौकीदारों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पहले चरण में ग्रामीण चौकीदारों ने झज्जर लघु सचिवालय में दो दिवसयी पड़ाव रखा है। साथ ही अल्टीमेटम भी दिया है कि यदि सरकार उनकी मांग को पूरा नहीं करती है तो फिर उन्हें मजबूर होकर बड़ा आंदोलन छेडऩे को मजबूर होना पड़ेगा। ग्रामीण चौकीदार एसोसिएशन के राजेन्द्र सुलौधा ने इस दौरान ग्रामीण चौकीदारों का नेतृत्व करते हुए हरियाणा के पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण चौकीदारों का प्रतिनिधि मंडल कई बार पंचायत मंत्री से मिल चुका है। हर बार उन्हें आश्वास्त किया जाता है कि उनकी मांगें उनके संज्ञान में है जिन्हें जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा।
लेकिन पंचायत मंत्री का आश्वासन केवल आश्वासन हीं साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि झज्जर लघु सचिवालय में दो दिवसीय अपना पड़ाव शुरू किया है। अपनी मांगों को दोहराते हुए उन्होंने बताया कि उनकी मांग सभी ग्रामीण चौकीदारों को नियमित करने के साथ-साथ न्यूनतम वेतन 24 हजार किए जाने की प्रमुख है। इसके अलावा उनकी मांग 1500 की आबादी पर एक चौकीदार नियुक्त करने,डयूटी के दौरान आकस्मिक मौत का शिकार होने वाले चौकीदार को बीस लाख रूपए आर्थिक सहायता दिए जाने और उसके आश्रित को नौकरी देने की भी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में ग्रामीण चौकीदार को सात हजार रूपए दिए जाते है जोकि न्याय संगत नहीं है।