नेशनल डेस्क- विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद सियासी पारा गरम हो गया है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आमने -सामने आ गए हैं। केरल कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद कि कश्मीर में कश्मीर पंडितों से ज्यादा मुसलमान मारे गए हैं, नए सिरे से विवाद शुरू हो गया है।
भाजपा नेता रवींद्र रैना एवं अमित मालवीय ने इस ट्वीट के लिए कांग्रेस पर हमला बोला है। रवींद्र रैना ने में कहा कि, कांग्रेस हिंदुओं के जख्म पर नमक छिड़क रही है। जम्मू कश्मीर के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रैना ने कहा कि, ‘हमने अपनी आंखों से वो मौत के मंजर देखे हैं, कश्मीरी पंडितों के जलते हुए आशियाने, सड़कों पर लाशें, चीखते बिलखते परिवार यह सब मंजर हमने देखे हैं।’
केरल कांग्रेस ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘कश्मीरी पंडितों के बारे में तथ्य यह है कि, 1990 से लेकर 2007 तक हुए आतंकी हमलों में करीब 400 कश्मीरी पंडित मारे गए हैं। जबकि इसी दौरान आतंकियों ने 15 हजार मुसलमानों की हत्या की।’ कांग्रेस के इस ट्वीट पर भाजपा मीडिया सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने पलटवार किया है। मालवीय ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान कश्मीरी पंडितों के हुए ‘नरसंहार’ को छिपा दिया गया। इस ‘नरसंहार को उसने कभी माना नहीं, अब क्यों वह अफसोस जता रही है।’
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इस फिल्म ने बहुत से चेहरे से नकाब उतारा
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति के चलते लाखों कश्मीरी पंडितों को नरसंहार हुआ और उन्हें पलायन करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी कश्मीर हिंदुओं के ‘नरसंहार’ को केवल इसलिए नकारती है क्योंकि उसे वोट बैंक की राजनीति करनी है। वह इस्लामी, जेहादी तत्वों को खुश रखती आई है। यह पहली बार नहीं है।
तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक गिर सकती है। फिल्मकार अशोक पंडित ने कहा कि, ‘यह फिल्म हकीकत बयान करती है। मैं खुद पीड़ित रहा हूं। जो जो चीजें कश्मीरें फाइल्स में दिखाई गई हैं, वो सच हैं। फिल्म में दिखाई गई घटनाएं तथ्यों पर आधारित हैं, मैं इनका साक्षी हूं। ये सब मेरे सामने हुआ है। इस फिल्म ने बहुत सारे लोगों के चेहरों से नकाब उतार दिए हैं।’