नेशनल डेस्क: रूस और यूक्रेन में युद्ध के चलते हालात बद्तर होते जा रहे हैं। युद्धग्रस्त यूक्रेन में फायरिंग में घायल हुए भारतीय हरजोत सिंह ने शुक्रवार को बयान जारी कर पूरा घटनाक्रम बताया कि उन्हें किस तरह से और कहां गोली लगी। हरजोत सिंह ने एक वीडियो जारी किया है। हरजोत सिंह ने कहा कि ये घटना 27 फरवरी की है। ट्रेन नहीं मिलने की वजह से मैंने कीव से लवीर जाने के लिए एक प्राइवेट कैब बुक की।
हरजोत सिंह ने सुनाई आपबीती
हम तीन लोग थे शेयरिंग की और कैब से निकल पड़े। हमने दो चेक पोस्ट तो क्रॉस कर लिए। लेकिन तीसरे चेक पोस्ट पर पहुंचे तो हमे सिक्योरिटी रीजन की वजह से वापस जाने को कहा गया। हमने सुरक्षाबलों की बात मानी और अपने सिटी की ओर वापस चल दिए। तो कीव सिटी में ही हमारे ऊपर फायरिंग की गई। फायरिंग में मेरे कई गोलियां लगीं। उसके बाद में बेहोश हो गया था।
डॉक्टर्स ने कही ये बात
अस्पताल में 2 मार्च को रात 10 बजे मुझे होश आया था। फिर डॉक्टर्स ने मुझे सभी बात बताई कि, आपको गोली लगी थी आपका टेम्परेचर माइनस में चला गया था। तीन चार घंटे आप सड़क पर पड़े रहे थे। हम आपको अस्पताल में लेकर आए और भारतीय दूतावास से अभी तक कोई समर्थन नहीं मिला, आपकी गोलियां निकाली।
भारतीय दूतावास से अभी तक कोई समर्थन नहीं मिला- हरजोत
हरजोत ने आगे कहा कि भारतीय दूतावास से अभी तक कोई समर्थन नहीं मिला है। मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं, हर दिन वे कहते हैं कि हम कुछ करेंगे लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। इसके अलावा हरजोत सिंह ने यह भी कहा कि मृत्यु के बाद आप चार्टर (विमान) भेज दें तो कोई फर्क नहीं पड़ता। भगवान ने मुझे दूसरा जीवन दिया है, मैं इसे जीना चाहता हूं। मैं दूतावास से अनुरोध करता हूं कि मुझे यहां से निकाल दें, मुझे व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं प्रदान करें, दस्तावेज के साथ मेरी मदद करें।