नेशनल डेस्क: कहते हैं ना इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। यूक्रेन में फंसे देहरादून के ऋषभ कौशिक ने ये साबित कर दिया है। यूक्रेन और रूस के युद्ध का आज नौंवा दिन है। भारतीयों को स्वदेश वापिस लाने के लिए गंगा अभियान भी जोरों-शोरों से चल रहा है। तो वहीं ऋषभ कौशिक ने आखिरकार डॉगी को यूक्रेन से अपने साथ वापिस लाकर ही सांस ली। उनका डॉगी मालिबू यूक्रेन से बुडापेस्ट (हंगरी) होते हुए साथ ही घर लौट आया है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले हैं कौशिक
कौशिक उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले हैं। वह खार्किव के एक कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहे हैं। उन्होंने अपने कुत्ते को अपने साथ भारत लाने में आने वाली कठिनाइयों को इंस्टाग्राम पर साझा भी किया। उन्होंने सरकार से एनओसी की अनुमति देने का आग्रह किया था।
ऋषभ कौशिक ने कहा, ”भारत में बहुत सारे दस्तावेजी कार्रवाई थी। प्रक्रिया लंबी थी। युद्ध जैसी स्थितियों में उन्हें अपने नागरिकों को अनुमति देनी चाहिए थी। इसलिए मैंने अपील की थी। हाल ही में एक ज्ञापन आया था जिसमें कहा गया था कि पालतू जानवरों और यहां तक कि आवारा जानवरों को भी अब बिना एनओसी के अनुमति दी जा रही है।” लेकिन अपने डागी को साथ लाने के जिद पर अड़े देहरादून निवासी ऋषभ कौशिक को डॉगी के साथ भारत लौटने की अनुमति मिल गई।
185 भारतीय नागरिकों को बुखारेस्ट से लेकर मुंबई पहुंचा विशेष विमान
युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 185 यात्रियों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर एक विशेष विमान गुरूवार देर रात मुंबई पहुंचा। केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने ‘एअर इंडिया एक्सप्रेस’ के विमान से आए लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। विमान बृहस्पतिवार देर रात दो बजे हवाई अड्डे पर पहुंचा था। अधिकारी ने बताया कि मुंबई पहुंचा यह चौथा निकासी विमान था।