नेशनल डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को मोदी सरकार पर अंग्रेजों की बांटों राज करो की पॉलिसी पर चलने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला किया है। पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव के बीच उन्होंने कहा है कि, मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री पद की खास गरिमा होती है इतिहास को कसूरवार ठहराने से अपने गुनाह कम नहीं हो सकते।
‘स्वार्थ सिद्ध करने के लिए लोगों को जाति-धर्म क्षेत्र के नाम पर बांटा जा रहा‘
डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की खराब नीतियों की वजह से लोग बेरोजगारी बढ़ती महंगाई से परेशान है। उन्होंने कहा कि साढ़े सात साल सरकार चलाने के बाद भी मौजूदा केंद्र सरकार अपनी गलती मानने सुधार करने की बजाए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, इस सरकार की नीति नियत दोनों में खोट है। हर नीति में स्वार्थ है। वहीं, नीयत में नफरत बंटवारा है। अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए लोगों को जाति-धर्म क्षेत्र के नाम पर बांटा जा रहा है। उन्हें आपस में लड़ाया जा रहा है।
‘देशों के रिश्ते नेताओं से जबरदस्ती गले मिलने नहीं सुधरते’
आगे कहा, वहीं पड़ोसी देशों के साथ भी हमारे रिश्ते खराब हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि अब सत्ता के हुक्मरानों को समझ में आ गया होगा कि देशों के रिश्ते नेताओं से जबरदस्ती गले मिलने, उन्हें झूला-झुलाने या बिन बुलाए बिरयानी खाने के लिए पहुंच जाने से नहीं सुधरते हैं। सरकार को ये भी समझ लेना चाहिए कि खुद की सूरत बदलने से सीरत नहीं बदलती है. जो सच है, वो किसी न किसी रूप में सामने आ ही जाता है। बड़ी बड़ी बातें करना बहुत आसान है लेकिन उन बातों को अमल में लाना बहुत मुश्किल होता है।