हरियाणा डेस्क- रेवाड़ी के कोसली गांव से दुखद खबर सामने आई है जहां पर कोसली रतनथल गांव के बेटे सूबेदार मेजर शमशेर सिंह चौहान शहीद हो गए हैं। दरअसल, 2 जनवरी की रात बंकर में सिगड़ी फटने से ब्लास्ट हो जाने पर शमशेर सिंह शहीद हो गए। जैसे ही ये दुखद खबर गांव में पहुंची तो पूरे गांव में मातम का माहौल पसर गया है। बता दें, शहीद जवान लेह लद्दाख में तैनात थे।
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इस महीने ही मिला था प्रमोशन
शहीद शमशेर सिंह चौहान तीन बहनों के अकेले भाई थे, इस महीने ही प्रमोशन होकर उनको सूबेदार मेजर रैंक मिला था। लगभग 41 वर्षीय शमशेर अपने पीछे 17 वर्षीय बड़े बेटे के अलावा दो पुत्रियों को पीछे छोड़ गए हैं। शुक्रवार को उनका पार्थिव शव पैतृक गांव में पहुंचेगा। बताया जा रहा है कि, गांव के युवा मोटरसाइकिलों के जत्थों के साथ शमशेर सिंह के पार्थिव शव को रत्नथल गांव तक लेकर आएंगे।