हरियाणा डेस्क: पंचकूला के सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि, हरियाणा सरकार ने खेल प्रतिभाओं की पहचान कर दिव्यांग खिलाड़ियों को भी खेल नीति के तहत सामान्य खिलाड़ियों के बराबर सुविधाएं प्रदान की हैं।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय आज सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में दिव्यांग प्रोफेशनल क्रिकेटर्स के टी-20 है। 2021 टूर्नामेंट के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस टूर्नामैंट में सभी राज्यों के 67 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इन सभी खिलाड़ियों की चार टीमे आनन्द इलैवन, हार्ले इलैवन, प्रवीन इलैवन और रवि इलैवन बनाई गई थी। ये टीमें ऐसे व्यक्तियों के नाम पर बनाई गई जिन्होंने कोविड महामारी के दौरान 500 दिव्यांग खिलाड़ियों को पांच-पांच हजार रूपये की सहायता दी है।
खेल प्रतिभाएं तराशने के लिए ”खेलो इण्डिया” कार्यक्रम शुरू किया गया
राज्यपाल ने कहा कि खेल प्रतिभाएं तराशने के लिए ”खेलो इण्डिया” कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिससे खिलाड़ियो को प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। केन्द्र सरकार ने टोप्स कार्यक्रम भी शुरू किया है, जिसके तहत चुने हुए खिलाड़ियों को 5 लाख रुपये तक की सालाना आर्थिक सहायता दी जा रही है। दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामैंट को महाकुंभ कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
‘खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी अलग पहचान बनाई‘
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश का नाम पहले पारम्परिक खेलों में जाना जाता था परंतु अब जैंटलमैन खेलों में भी प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी अलग पहचान बनाई है। हरियाणा की एक प्रसिद्ध कहावत ‘देस्सों में देस हरियाणा, जित दूध-दही का खाणा’ का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि, हमारे खिलाड़ियो ने खेल के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियां से इस कहावत को सही साबित कर दिखाया है।