चंडीगढ,24 नवम्बर। चंडीगढ में पिछले सप्ताह 17 नवम्बर की रात देहरादून निवासी 21 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक की पहचान बनूर निवासी इरफान के रूप में की गई है।
पुलिस के अनुसार तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था। इनमें से पीडिता ने दो लोगों को पहचाना है। वारदात उस समय हुई जबकि पीडिता चंडीगढ के सेक्टर 37 स्थित इंस्टीट्यूट में अपनी स्टेनोग्राफी की कक्षा से फारिग होकर मोहाली स्थित अपने पेइंग गेस्ट हाउस लौटने के लिए आॅटो रिक्शा में सवार हुई थी। आॅटोरिक्शा में पहले से दो लोग और बैठे हुए थे। आॅटोरिक्शा चालक ने युवती को मोहाली में नीयत स्थान पर छोडने के बजाय ईंधन डलवाने के बहाने आॅटोरिक्शा को सेक्टर 42 की ओर मोड दिया। पेट्रोल पम्प पर ईंधन लेने के बाद चालक सेक्टर 42 के सामने वाले जंगल की ओर आॅटोरिक्शा ले गया और चालक व आॅटोरिक्शा में पहले से सवार दो लोगों ने युवती के साथ गैंग रेप किया। वारदात के बाद युवती को छोडकर फरार हो गए।
वारदात स्थल के करीब से गुजरते मोटर साइकिल सवार दो लोगों ने जब युवती को कराहते देखा तो पुलिस को सूचना दी। पीडिता ने पुलिस को बताया था कि आॅटोरिक्शा का नम्बर अस्थायी था। पुलिस ने चंडीगढ शहर के सभी आॅटोरिक्शा की जांच का अभियान छेड दिया था। इस अभियान के दौरान करीब चार हजार आॅटोरिक्शा की जांच की गई थी। जांच के दौरान पता चला था कि आॅटोरिक्शा चालक कजेरी के एक गेस्ट हाउस द्वारा अपने प्रचार के लिए दी गई जैकेट पहने था। आॅटेरिक्शा चालक ने सेक्टर 42 के जिस पेट्रोल पम्प से ईंधन लिया था वहां के सीसीटीवी फुटेज में आॅटोरिक्शा चालक साफ दिखाई दे रहा था। गेस्ट हाउस ने कुल तीन सौ आॅटो चालकों को जैकेट बांटी थी। पुलिस ने इस जानकारी के बाद अपनी जांच तीन सौ आॅटो चालकों पर सीमित कर दी थी।