दिल्ली के एक म्यूजियम में फिल्मी स्टाइल में चोरी का मामला सामने आया है। यहां स्थित ‘नेशनल हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम म्यूजियम’ में 16 पुराने पश्मीना शॉल चोरी हो गए। इनकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने चोरी के आरोप में गुरुवार रात 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि चोरों ने म्यूजियम के बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों का फायदा उठाकर चोरी को अंजाम दिया था। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने वारदात से पहले म्यूजियम की रेकी की थी। मुख्य आरोपी विनय सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानने के लिए म्यूजियम बंद होने के कुछ वक्त पहले अंदर छिप गया था। बाद में उसने अंदर फंस जाने को लेकर शोर मचाया, ताकि वह बाहर जा सके। इसके बाद घटना वाले दिन एक दूसरा आरोपी म्यूजियम बंद होने के बाद अंदर छिप गया । फोन के जरिए विनय ने उसे बताया कि कौन सी शॉल चोरी करनी है। चोरी के बाद तरुण एक खिड़की का शीशा तोड़ बाहर निकल भागा।
मुख्य आरोपी ने 15 शॉल कोलकाता भेज दी थी। एक शॉल अपने दोस्त के पास रखवा दी थी, ताकि माल बेचने के लिए उसे सैंपल के तौर पर दिखा सके।
म्यूजियम में चोरी की शिकायत आने के बाद पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखें। लेकिन, वारदात वाले दिन म्यूजियम के कैमरे बंद थे। ऐसे में पुलिस ने पुराने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किए। इनमें 2 संदिग्ध नजर आए। पुलिस ने उनकी तलाशी शुरू की और मास्टरमाइंड विनय परमार तक पहुंची। पूछताछ में विनय ने अपना जुर्म कबूल लिया और अपने साथियों के नाम भी बता दिए। पुलिस ने बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी हुआ सामान भी बरामद कर लिया गया है।