नेशनल डेस्क: किसान संगठनों में मतभेट दिखने लगा है। एक ओर पंजाब के कई किसान संगठनों ने घर वापसी करने की बात कही है तो वहीं बुधवार को होने वाली 40 संगठनों की बैठक भी निरस्त हो गई है। दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि, MSP गारंटी कानून, बिजली कानून सहित कई मामलों पर जब तक केंद्र सरकार राजी नहीं होती है, तब तक आंदोलन वापस नहीं होगा। उनकी इस राय को लेकर किसान संगठनों में ही मतभेद नज़र आने लगे हैं।
सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की तादाद हो रही कम
4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की बैठक होने वाली है, जिसमें आगे की रणनीति को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा। लेकिन इस बीच बड़ी तादाद में सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से किसान जाते हुए नज़र आ रहे हैं। किसानों की तादाद दोनों मोर्चों पर कम हो रही है।
सिंघु बॉर्डर पर पिछले एक साल से जारी लंगर भी अब बंद हो गया
इतना ही नहीं सिंघु बॉर्डर पर पिछले एक साल से जारी लंगर भी अब बंद हो गया है। यह लंगर गुरुद्वारा साहिब रिवरसाइड कैलिफोर्निया, अमेरिका की तरफ से आयोजित किया जा रहा था। इस लंगर के आयोजकों ने अपना सामान बांध लिया है और पंजाब वापस लौट गए हैं। 5 ट्रकों में अपना सामान भरकर ये लोग वापस लौट गए हैं। इस लंगर की संचालन समिति से संबंधित हरप्रीत सिंह ने कहा कि यह लंगर 1 दिसंबर 2020 से ही शुरू हो गया था, जब आंदोलनकारियों को सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे 5 दिन ही हुए थे। अब हमने पंजाब वापस लौटने का निर्णय लिया है। किन्तु अगर आंदोलनकारी किसान वापस आते हैं और लंगर सेवा की आवश्यकता पड़ती है, तो हम फिर से वापस आएंगे।