हरियाणा डेस्क: भले ही पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर दी हो, लेकिन किसानों का गुस्सा अभी भी कम नहीं हुआ है। सिंघु बॉर्डर पर किसानों का जमावड़ा लग गया है। इसके बाद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज की प्रतिक्रिया सामने आई है। किसानों आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए विज ने कहा कि, किसान एक साल से कृषि कानूनों को वापिस लेने की बात कह रहे हैं। तो वहीं जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषण कर दी है, तो अब किसानों को खुशी मनानी चाहिए।
किसान नेता राकेश टिकैत की मांगे बढ़ती जा रही हैं- विज
मंत्री विज ने आगे कहा कि, आंदोलन के कुछ मापदंड होते हैं। किसानों की मांग मान ली गई है,लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत की मांगे फिर बढ़ गई हैं और वे मांगों को लेकर फिर से आंदोलन पर बैठ गए हैं। पीएम देश के संबोधन में कृषि कानूनो को वापस लेने की घोषणा कर रहे हैं। जो कि, बहुत बड़ी बात है। देश के सामने पीएम ये घोषणा काफी मायने रखती है, किसानों तो कम से कम पीएम मोदी की बात का मान रखना चाहिए।
किसानों की बड़ी मांग मानी गई, लेकिन नहीं दिखी चेहरे पर खुशी- अनिल विज
विज बोले, राकेश टिकैत को साफ –साफ कहा कि- आपकी इतनी बड़ी मांग मानी गई, जिसके लिए एक साल से विरोध हो रहा था, लेकिन आपके चेहरे पर खुशी जरा भी ना दिखी, कोई खुशी नहीं मनाई गई। राकेश टिकैत पर निशाना साधते हुए विज ने कहा कि, अरे आपको को मिठाई बांटनी चाहिए थी, खुशी मनानी चाहिए थी, पीएम को धन्यावाद कहना चाहिए था। लेकिन आपने कुछ नहीं किया। तो चलिए एक साल का संघर्ष खत्म होने पर अब खुले मन से पीएम मोदी को धन्यावाद कह दें। किसानों का इतना बड़ा मसला केंद्र सरकार हल करने जा रही है… राकेश टिकैत आपको तो मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने चाहिए..
विज ने टिकैत पर आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रजातंत्र में फैसले लाठी-डंडों से नहीं होते, फैसले बातचीत से होते, लेकिन किसान बातचीत के लिए आगे नहीं आए। केंद्र सरकार ने कई बार बातचीत के बुलाया लेकिन किसान नहीं आए।