हिमाचल प्रदेश डेस्क- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारी बर्फबारी के बाद तीन ट्रैकर्स की मौत हो गई है, जबकि 10 ट्रैकर्स को बचाया गया है। मृतकों में 58 वर्षीय दीपक नारायण, 65 वर्षीय राजेंद्र पाठक और 64 साल के अशोक मधुकर की पहचान की गई है। ये सभी 13 सदस्यीय ट्रैकिंग पार्टी का हिस्सा थे। उनके साथियों को बचा लिया गया है। जिन लोगों को बचाया गया है उनमें रजनीश कुमार, राकेश शर्मा, धनंजय गावड़े, पवन कीर्तिकर, धन राज, महेश हेगड़े, विश्वास अडसुग, भावना देशमुख और प्रदीप रॉय शामिल हैं। बताया जा रहा है कि, ट्रैकर्स रोहड़ू अनुमंडल के डोदरा क्वार के जंगली गांव से किन्नौर जिले के सांगला जा रहे थे। हादसे के बारे में शाम करीब साढ़े चार बजे प्रशासन को सूचना मिली। फिलहाल राहत और बचाव का काम जारी है।
हाइपोथर्मिया के कारण दम तोड़ा
किन्नौर के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि, एक 13 सदस्यीय पुलिस दल ने लगभग 12 बजे चार सदस्यों को बचाया और अन्य छह को बचाने में तीन घंटे लग गए। 13 ट्रेकर्स में से 12 मुंबई के और एक दिल्ली का था। एक बचाए गए ट्रेकर ने बताया कि, तीन लोगों ने हाइपोथर्मिया के कारण दम तोड़ दिया था। हालांकि, रात में इलाके में भारी बर्फबारी के कारण बचावकर्मी घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके। बचाए गए 10 ट्रेकर्स को रिकांग पियो अस्पताल लाया गया। शवों को बरामद करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों वाला एक बचाव दल भेजा गया है।
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किन्नौर के उपायुक्त ने किन्नौर आने वाले पर्यटकों को प्रतिकूल परिस्थितियों से बचने के लिए खराब मौसम में ऊंचे स्थानों पर जाने से बचने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि, बारिश से कुछ हिस्सों पर पत्थर गिरते हैं, और निवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलना चाहिए। इससे पहले 11 ट्रैकर बर्फीले तूफान में फंसकर चितकुल जाते समय लापता हो गए थे। अब तक सात शव निकाले जा चुके हैं, दो ट्रेकर्स को बचा लिया गया है, जबकि दो का अभी तक पता नहीं चल पाया है।