नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ की है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल हेल्थ आईडी के माध्यम से मरीज भी और डॉक्टर भी पुराने रिकॉर्ड को जरूरत पड़ने पर चेक कर सकता है। इसमें डॉ, नर्स, पैरा मेडिक जैसे साथियों का भी रजिस्ट्रेशन होगा। देश के जो अस्पताल हैं, क्लीनिक हैं, लैब्स हैं, दवा की दुकानें हैं ये सभी भी रजिस्टर होंग। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत (PM-JAY) ने गरीबों के जीवन की बहुत बड़ी चिंता दूर की है। अभी तक 2 करोड़ देशवासियों ने इस सुविधा के तहत मुफ्त इलाज का लाभ उठाया है।
लोगों को एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी
पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अस्पतालों में प्रक्रियाओं को आसान बनाने के साथ ईज ऑफ लिविंग भी बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “अस्पताल जाते समय कई लोगों के पास मेडिकल रिकॉर्ड नहीं होता है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेने में खर्च भी बढ़ता है और समय भी ज्यादा लगता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन इस तरह की दिक्कतों से मुक्ति दिलाने में मदद करेगी। इसके तहत लोगों को एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी। हर नागरिक का मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटली सुरक्षित रहेगा. डॉक्टर भी जरूरत पड़ने पर उसे देख सकेगा।