चंडीगढ। सोशल इंजीनियरिंग में जुटी हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने रविवार को सिख गुरूओं की कर्मस्थली यमुनानगर जिले के जगाधरी में दसवें सिख गुरू गोविन्द सिंह के 350 में जन्म वर्ष समारोहों के समापन अवसर पर सिख समुदाय के लिए झोली खोल दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस समारोह में ऐलान किया कि गुरू गोविंद सिंह के नाम पर प्रदेश में कोई बडा सस्थान खोला जाएगा। सिख तीर्थ यात्रियों को वित्तीय सहायता दी जायेगी। पटना साहिब में 22 से 25 दिसम्बर तक आयोजित किए जाने वाले गुरू गोविंद सिंह जन्मोत्सव समापन समारोह में जाने के लिए हरियाणा के अम्बाला और सिरसा या हिसार से विशेष ट्रेन चलाई जायेंगी।
मुख्यमंत्री ने सिख संत और योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा राजधानी बनाए गए लोहागढ के किले को बोर्ड या ट्स्ट का गठन करके संरक्षित करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कपालमोचन से लोहागढ तक रोड का निर्माण भी किया जाएगा।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने हरियाणा में दूसरी भाषा का दर्जा प्राप्त पंजाबी भाषा का शैक्षणिक स्तर सुधारने के लिए आठ सौ शिक्षकों की नई भर्ती करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि लखनौर में माता गूजरी काॅलेज खोलने की योजना पहले से प्रस्तावित है। गुरू गोविंद सिंह के नाम पर यमुनानगर जिले में यूनिवर्सिटी खोलने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी हरियाणा के काॅलेजों को सम्बद्धता देने को तैयार है। ऐसे में गुरू गोविन्द सिंह के नाम पर कोई बडा संस्थान खोलने पर विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख समुदाय की हर मांग पूरी करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद की कुर्बानियों को याद करके रोंगटे खडे हो जाते है। उन्होंने अपने दोनों पुत्रों व पिता की भी कुर्बानी दी थी। उन्होंने अकाल तख्त की स्थापना की और गुरू के रूप में व्यक्ति के बजाय गुरू ग्रंथ को स्थापित किया। सिरोपा परम्परा भी गुरू गोविन्द सिंह ने शुरू की। उन्होंने कपालमोचन में अपने सैनिकों को सिरोपा भेटकर सम्मानित किया। अम्बाला जिले में उनका ननिहाल था। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही पहले से सिख संस्थानों के लिए शुरू किए गए कार्यों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि अम्बाला में 65 लाख रूपए की लागत से लाइब्रेरी का जीर्णोद्धार भी शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के पहले और बाद के भारत में बडा अन्तर है। आज देश और धर्म दोनों के लिए जीने की जरूरत है। इसके लिए जरूरतमंदों की मदद को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की जरूरत है। हरियाणा सरकार ने इसी साल 12 फरवरी को करनाल में समारोह का आयोजन कर गुरू गोविंद सिंह के 350 वें जन्मोत्सव पर वर्षभर समारोहों के आयोजन का आगाज किया था। जगाधरी में रविवार को जन्मोत्सव वर्ष का समापन समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस समारोह में मुख्य अतिथि थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वे यहां अतिथि नहीं बल्कि मेजवान है।
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