यूपी डेस्क- यूपी के महोबा में गुरूवार को अजीब दृश्य देखने को मिला है। पूरे गांव में किस वजह से भोज का आयोजन किया गया। जिसे जानकर आपको एक बार यकीन करना मुश्किल होगा। न कोई शादी थी और ना ही किसी का जन्म दिन था। रात में डीजे धुनकर नाच गाना करते हुए लोगों ने भोजन का आनंद उठाया। मानो ऐसा लगा था कि जैसे कोई त्योहार हो। पूरे गांव में जश्न का माहौल था। दरअसल, महोबा के चरखारी ब्लाक के सालट गांव निवासी जयपाल कुशवाहा के यहां पालतू कुतिया ने दो दिन पहले चार बच्चे जन्मे तो उन्होंने भोज का आयोजन कर पूरे गांव को आमंत्रित किया। भोज में करीब पांच सौ लोग जुटे। गांव के युवकों की मांग पर किसान जयपाल ने गुरुवार को पहले कन्या भोज का आयोजन किया। कुआं पूजन की रस्म के साथ कुतिया का तिलक कर नए कपड़े पहनाए गए।
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इस तरह के आयोजनों से पशुओं के प्रति बढ़ता है प्रेम
इसके बाद रात में डीजे बजाकर नाच-गाना होता रहा। पूरे गांव के लोग इस जश्न में एकत्र हुए। आयोजन की क्षेत्र में चचा रही। जयपाल ने बताया कि कुतिया ने जब चार बच्चों को जन्म दिया तो गांव के कुछ युवकों ने पशुओं के प्रति प्रेम दिखाते हुए भोज कराने की बात कही। इसलिए इसका आयोजन किया। प्रशांत रिछारिया, भूपेंद्र सेन, पंकज ने बताया कि इस तरह के आयोजन से पशुओं के प्रति प्रेम बढ़ता है। उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड में बच्चे के जन्म को लेकर कुआं पूजन की रस्म होती है। इसमें लड़की पक्ष के लोग व अन्य रिश्तेदार बुलाए जाते हैं। बच्चे की बुआ झूला लेकर आती हैं, जिसे सजा कर गांव या मोहल्ले में ठेले पर रख कर घुमाया जाता है। इसके बाद नाच-गाना और फिर भोज का आयोजन होता है।