चंडीगढ,9नवम्बर। हरियाणा के गुरूग्राम जिला स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल में पिछले आठ सितम्बर को कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में गिरफ्तार स्कूल के ही कक्षा 11 के छात्र राघव ने अपने पिता और एक स्वतंत्र गवाह के सामने अपराध कबूल किया है। चंडीगढ,9नवम्बर। हरियाणा के गुरूग्राम जिला स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल में पिछले आठ सितम्बर को कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में गिरफ्तार स्कूल के ही कक्षा 11 के छात्र राघव ने अपने पिता और एक स्वतंत्र गवाह के सामने अपराध कबूल किया है।
सीबीआई ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड को बुधवार को पेश की रिमांड की अर्जी में यह बात कही है। बोर्ड ने अभियुक्त छात्र को तीन दिन के रिमांड पर सौंपा है। सीबीआई ने बोर्ड को यह भी कहा कि वारदात में शामिल दूसरे अभियुक्त का पता लगाने के लिए भी सोलह वर्षीय छात्र से हिरासत में आगे पूछताछ जरूरी है। सीबीआई ने यह भी कहा कि मामले की जांच के सिलसिले में उस दुकान का भी पता लगाया जाना है जहां से हत्या के लिए चाकू खरीदा गया था।
रिमांड की अर्जी में सीबीआई ने यह भी कहा था कि वारदात के दृश्य की फिर से रचना करने के लिए भी बभियुक्त से पूछताछ की जरूरत है। सीबीआई ने बुधवार को ऐलान किया था कि प्रद्युम्न ठाकुर हत्याकांड में स्कूल के ही छात्र को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने साथ ही यह कहा था कि इस मामले में हरियाणा की सोहना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बस के कण्डक्टर अशोक कुमार के खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
सीबीआई के अनुसार पढाई में कमजोर अभियुकत छात्र ने स्कूल की परीक्षाएं व अध्यापक-अभिभावक सभी टालने के लिए प्रद्युम्न की हत्या कर दी थी। सीबीआई ने यह भी दावा किया कि हत्या के पीछे यौन इरादे का कोई प्रमाण नहीं है। सीबीआई ने सीसीटीवी फुटेज,वैज्ञानिक और अपराध विज्ञान से जुडे तथ्य विश्लेषण,अपराध दृश्य के विश्लेषण,छात्रों,अध्यापकों व स्टाफ के सदस्यों से पूछताछ के आधार पर कक्षा 11 के छात्र को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने प्रद्युम्न ठाकुर हत्याकांड में सोहना पुलिस की जांच को इस तरह गलत साबित किया है। इसके जवाब में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने कहा कि सीबीआई जांच अभी चल रही है। उनका आशय यह था कि अंतिम नतीजा अभी आना बाकी है। हरियाणा सरकार के एक केबिनेट मंत्री अनिल विज कह चुके है कि यदि इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आती है तो इस पर संज्ञान लिया जाएगा। इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पुलिस तो जांच कर ही रही थी कि मांग किए जाने पर मामला सीबीआई को सौंप दिया गया।