नेशनल डेस्क: 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर पीएम मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। तो वहीं इस मौके पर उन्होंने देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कई अहम घोषणाएं भी की। जानें पीएम ने इस अवसर पर क्या कहा..
सैनिक स्कूलों में पढ़ेगी लड़कियां
- पीएम मोदी ने कहा कि देश के सभी सैनिक स्कूलों में अब लड़कियां पढ़ सकेंगी।
- उन्होंने कहा, “कुछ वक़्त पहले मिज़ोरम के एक सैनिक स्कूल में लड़कियों को प्रवेश देने की शुरुआत हुई थी। इसके बाद अब सरकार ने फ़ैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों कों अब देश की बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा।” इससे पहले सैनिक स्कूलों में केवल लड़कों को ही प्रवेश दिया जाता था।
- पीएम मोदी ने कहा, कि भाषा की वजह के देश की बड़ी प्रतिभा को पिंजरे में बाँध दिया है लेकिन भाषा कभी विकास में रुकावट नहीं बननी चाहिए।
- “मातृभाषा में लोग आगे बढ़ सकते हैं. मातृभाषा में लोग पढ़कर आगे बढ़ेंगे तो उनकी प्रतिभा के साथ न्याय होगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी ग़रीबी के ख़िलाफ़ लड़ाई में बड़ा शस्त्र बनकर सामने आने वाला है क्योंकि इसमें लोगों की प्रतिभा को जगह दी गई है।”
- ”मातृभाषा का महत्व है। उसकी प्रतिष्ठा है। खेल के मैदान में भाषा रुकावट नहीं बनी. युवा हमारे खेल भी रहे हैं और खिल भी रहे हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेल को अहमियत के साथ शामिल किया गया है। जीवन में संपूर्णता के लिए खेलकूद का होना बहुत ज़रूरी है।”
- उन्होंने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक्स और एयर स्ट्राइक्स कर के भारत ने अपने दुश्मनों को ये स्पष्ट संदेश दिया है कि अब नया और आधुनिक भारत उभर रहा है, जो कड़े फ़ैसले लेने में पूरी तरह सक्षम है।”
- नई शिक्षा नीति
- मोदी ने कहा कि देश में कि देश की नई शिक्षा नीति ग़रीबी से लड़ने और 21वीं सदी की ज़रूरतों को पूरा करने का साधन है और इसमें अब क्षेत्रीय भाषाओं को अधिक महत्व दिया जाएगा।
- मोदी ने कहा कि अब तक देश की सरकारों की कोशिश थी कि देश के हर कोने तक सुविधाएं पहुंचाई जाए लेकिन अब लक्ष्य होना चाहिए कि सभी लोगों तक सभी सुविधाएं शत प्रतिशत पहुंच सकें।
- मोदी ने कहा कि शहरों के अलावा देश के गाँवों के विकास पर भी हमें अधिक ध्यान देना होगा।
- “गांवों में लोगों के पास ज़मीनें छोटी होती जा रही हैं। परिवारों का बँटवारा होने के बाद किसानों के पास ज़मीन छोटी से छोटी होती जा रही है।
- पहले की नीतियों में छोटे किसानों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया था लेकिन अब उन किसानों को ध्यान में रख पर फ़ैसले लिए जा रहे हैं। आने वाले समय में ब्लॉक लेवल कर वेयरहाउस (गोदाम) बनाने का अभियान चलाया जाएगा।‘
- “देश के अधिकतर किसान छोटे ज़मीनों के मालिक हैं. पहले देश की नीतियों में छोटे किसानों के लिए नीतियां नहीं थीं। लेकिन अब देश में कृषि सुधार किए जा रहे हैं. फसल बीमा में सुधार जारी है। छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड मिले।
- सोलर योजनाएं प्रभावी हों. हर छोटे-छोटे किसान को ध्यान में रखते हुए पीएम कृषि सम्मान योजना चलाई जा रही है. छोटा किसान बने देश की शान- ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में देश के छोटे किसानों की ताक़त बढ़ानी होगी।”
- कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिकों की सलाह
- मोदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी झेल रही थी, उस वक़्त भारत ने कोरोना वैक्सीन बनाई और लोगों को देने का काम किया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो कल्पना की जा सकती है कि भारत का क्या हाल होता।
- “देश को ये प्रयास करना होगा कि देश के लोगों को अनावश्यक क़ानूनों और प्रक्रिया के जाल से निकाला जाए। इसके लिए सरकार से हाल में 15 हज़ार से अधिक रुकावटों (कंप्लायंसेज़) को ख़त्म किया है। इज़ ऑफ़ लिविंग और इज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस की हमें बहुत ज़रूरत है. दर्जनों श्रम क़ानूनों को चार कोड में समा दिया गया है और टैक्स स्ट्रक्चर में भी बड़े बदलाव किए जा रहे हैं।
- “मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “उत्तर भारत में सरकार कनेक्टिविटी का इतिहास लिख रही है और ये कनेक्टिविटी केवल इन्फ्रास्ट्रचर का ही नहीं बल्कि दिलों के बीच का भी है. जल्द ही उत्तर भारत पूरे भारत के साथ पूरी तरह से रेल सेवा से जुड़ेगा।”