Monday , 7 October 2024

Google ने अनोखे अंदाज में दी भारत की पहली  महिला पायलेट को श्रद्धांजलि, जानें इनके बारे में

नेशनल डेस्क: भारत की पहली महिला पायलट सरला ठुकराल की 107वीं जयंती के अवसर पर आज गूगल ने उनके सम्मान में डूडल बनाकर एक अनोखे अंदाज में उन्हें श्रद्धांजलि दी है।सरला ठुकराल की 107वीं जयंती पर गूगल ने उनके सम्मान में डूडल बनाकर उनकी एतिहासिक उपलब्धि को दिखाया हैबता दें, ठुकराल ने साल 1936 में महज 21 साल की उम्र में विमान उड़ाकर इतिहास रच दिया था। उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल को आर्टिस्ट वृंदा झवेरी ने तैयार किया है। गूगलकी माने तो, “सरला ठुकराल अपने पीछे देश की सभी महिलाओं के लिए एक बड़ी मिसाल छोड़ गई हैं। यहीं वजह है कि हमने इस साल आज के दिन उनकी 107वीं जयंती के अवसर पर ये डूडल उन्हें समर्पित किया है।”

महज 21 साल की उम्र में भरी थी पहली उड़ान

सरला ठुकराल का जन्म आज ही के दिन 8 अगस्त 1914 को दिल्ली में हुआ था। जिसके बाद वो बाद में लाहौर (पाकिस्तान) चलीं गई थी। उनके पति कैप्‍टन पीडी शर्मा एक एयरमेल पायलट थे,जिनसे प्रेरित होकर सरला ठुकराल ने पायलट बनने की ट्रेनिंग शुरू की थी ।1936 में सरला ठुकराल ने पहली बार दो पंखों वाले एक छोटे से विमान को उड़ाया। गौरतलब है कि उस वक्‍त उनकी उम्र 21 साल थी और वो चार साल की एक बेटी की मां थीं। इसके साथ ही लाहौर के फ्लाइंग क्‍लब की स्टूडेंट होने के तौर पर 1,000 घंटे का फ्लाइट टाइम पूरा किया और पायलट का A लाइसेंस पाने में भी कामयाब रहीं। ऐसा करने वाली भी वो पहली भारतीय थीं।

कमर्शियल पायलट बनने का सपना रहा अधूरा

ठुकराल के पति कैप्‍टन पीडी शर्मा का 1939 में हुए एक विमान हादसे में निधन हो गया था. पति की मौत के बाद ठुकराल ने कमर्शियल पायलट बनने की ठानी और इसके लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी। लेकिन, दूसरे विश्व युद्ध के चलते वो इसमें आगे नहीं बढ़ पाई और कमर्शियल पायलट बनने का उनका सपना अधूरा ही रह गया। इसके बाद फाइन आर्ट और पेंटिंग की पढ़ाई लाहौर के मायो स्‍कूल ऑफ आर्ट्स से की।

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