शांति चाहिए तो योग की शरण में आइए। केवल एक व्यक्ति, समाज और देश की ही नहीं सम्पूर्ण विश्व की शांति, योग में निहित है। इसीलिए योग मानवमात्र को भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है और पूरी दुनिया आज इसे अपना रही है। ये उदगार हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने हरियाणा राजभवन में योग शिविर में व्यक्त किए। शिविर में अन्तर्राष्ट्रीय मुख-योग विशेषज्ञ मानसी गुलाटी ने योगाभ्यास करवाया। प्रो० सोलंकी ने कहा कि 21वीं सदी में आज जब संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी संस्था भी विश्वशांति स्थापित करने में अक्षम है तो हमारी संस्कृति द्वारा मानवमात्र को प्रदान की गई योगशिक्षा इस काम को सफलतापूर्वक कर सकती है।