चंडीगढ़, 3 नवम्बर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया विभाग प्रमुख राजीव जैन ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व शिक्षा मंत्री रही गीता भुक्कल को याददाश्त दुरूस्त रखने के लिए दवाई लेने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी भगवाकरण से भय खाने लगे हैं और आंखें मूंदकर कुछ भी बोलना चाहें तो भी भगवाकरण पर अटक जाते हैं।
यमुनानगर के बिलासपुर में कपाल मोचन तीर्थ में सालाना वार्षिक मेले में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने पर भाजपा सरकार पर सवाल उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल पर करारा हमला बोलते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया विभाग प्रमुख राजीव जैन ने याददाश्त बढ़ाने के लिए दवाई लेने की तरहीज दे दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी अपनी परम्परा को भाजपा पर थोपकर अपनी कारगुजारियों से पीछे छुड़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कपाल मोचन मेला देशभर में विख्यात है और विभिन्न राज्यों से हर साल 5-7 लाख श्रद्धालु बिलासपुर पहुंचते हैं। इसके संचालन के लिए खुद कांग्रेस ने वर्ष 2010 में आदि बद्री श्राइन बोर्ड का गठन इस मेले के संचालन के लिए किया था। उन्होंने कहा मेला आयोजन के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारी, अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। खुद कांग्रेस शासन में वर्ष 2013 में 130 शिक्षकों की ड्यूटियां लगाई गई थी, जो सिलसिला लगातार जारी रहा। भाजपा शासन के दौरान यह संख्या 130 शिक्षकों से कम करते हुए 100 की गई है। उन्होंने कहा कि मुद्दा विहीन और गुटबाजी में अंधी हो चुकी कांग्रेस को अब भगवा रंग से डरने लगे हैं। कांग्रेस सवाल की गम्भीरता पर जाने से पहले ही भगवा-भगवा चिल्लाना शुरू कर देती है। भले ही विषय कुछ भी हो
उन्होंने कहा कि कपाल मोचन मेला के लिए सरकार की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं जारी किए जाते, अपितु इसे प्रशासन स्तर पर तय किया जाता है। शिक्षकों की पूजा कराने नहीं, अपितु प्रसाद वितरण, कार्यालय सम्बन्धी ड्यूटी लगाई गई हैं। चूंकि मेला आयोजन साल में एक बार आयोजित किया जाता है, ऐसे में इसके लिए सरकार स्थाई भर्ती नहीं कर सकती।