चंडीगढ़- JNU छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार आज चंडीगढ़ स्थित प्रेस क्लब पहुचे। जहाँ कन्हैया ने प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार और उसके मंत्रियों की अपने अंदाज में खूब खिंचाई की. इतना ही नहीं यहाँ भाजपा और कांग्रेस के साथ साथ अन्य राजनैतिक भी कन्हैया के निशाने पर रहे। प्रेसवार्ता में पहुचे कन्हैया ने बताया कि उन्होंने एक किताब लिखी है जिसका शीर्षक “बिहार से तिहाड़” तक दिया गया है उसमे उनके जीवन के सफ़र कि जानकारी दी गई है। राजनैतिक और सामाजिक मुद्दों पर बातचीत करते हुए कन्हैया ने सबसे पहले अपने ऊपर उठ रहे सवालों के जवाब देते हुए कहा कि वो किसी भी राजनैतिक पार्टी के एजेंट नहीं है लेकिन अगर कभी हालात ऐसे बने और उन्हें मौका मिला तो वो चुनाव लड़ने से भी नहीं चुकेंगे। हालाँकि कि इस दौरान कन्हैया ने स्पष्ट रूप से चुनाव लड़ने की बात स्वीकार नहीं की। वहीँ पीएम् मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज दो नरेंद्र मोदी है। एक तो जो मंच से बड़ी बड़ी संस्कार और देश निर्माण की बातें करते हैं और एक वो जो मंच से उतरते ही सब कुछ अपने भाषण के उल्ट करते हैं। वहीँ JNU केंपस में आजादी के नारे लगाने वाले कन्हैया से जब यह पूछा गया कि आखिर उन्हें आजादी किस चीज से चाहिए तो उन्होंने बताया कि आज देश में हर किसी व्यक्ति को अपनी समस्याओ से आजादी चाहिए ऐसे ही उन्हें भी अपनी समस्याओं से आजादी चाहिए .
देश को अपना साम्राज्य बनाना चाहती है भाजपा
कन्हैया ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज भाजपा देश में अपनी मनमर्जी के फैसले जनता पर थोपने का काम कर रही है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा देश को देश की तरह नहीं बल्कि अपने साम्राज्य की तरह बनाना चाहती है। वहीँ कन्हैया ने कहा कि भाजपा के लिए हालाँकि ये सब इतना आसान नहीं होगा क्यूंकि लोकतंत्र में अभी भी बहुत ताकत है।
शाह मामले से ध्यान भटकाने के लिए उठा दिया ताजमहल का मुद्दा
कन्हैया ने यहाँ देश में छिडे ताह्महल के मुद्दे पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सब भाजपा का गेम प्लान था। उन्होंने कहा कि भाजपा शाह मामले से लोगों का ध्यान हटाना चाहती थी जिसके चलते यह मुद्दा उठा दिया गया।