नेशनल डेस्क: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार पर मंथन को लेकर कांग्रेस ने एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपनी गंभीर असफलताओं पर ध्यान देना है और सही सबक निकालने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा। सोनिया गांधी ने कहा कि वह ऐसे हर पहलू को देखने के लिए एक छोटा समूह गठित करने का इरादा रखती हैं, जो इस तरह के बदलाव का कारण बने। कांग्रेस की कार्यसमिति में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अलावा एके एंटनी और पार्टी के असंतुष्ट गुट जी-23 के गुलाम नबी आजाद भी शामिल हैं।
‘जब तक वास्तविकता का सामना न हो, सबक नहीं लिया जा सकता’
चुनावों में कांग्रेस की मंथन को लेकर बुलाई गई इस बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि जबकि हम सभी COVID-19 के साथ व्यस्त हैं, यह बैठक चुनाव परिणामों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। यह कहने के लिए कि हम गहराई से निराश हैं। मैं हर पहलू को देखने और बहुत जल्दी रिपोर्ट करने के लिए एक छोटा समूह स्थापित करने का इरादा रखती हूं। उन्होंने कहा कि हमें स्पष्ट रूप से यह समझने की आवश्यकता है कि केरल और असम में हम असंगत गुंडों को नापसंद करने में क्यों असफल रहे और पश्चिम बंगाल में हमारा खाता भी नहीं खुल सका। ये असहज सबक देंगे, लेकिन अगर हम वास्तविकता का सामना नहीं करते हैं, अगर हम तथ्यों को सामने नहीं रखते हैं, तो हम सही सबक नहीं लेंगे।