हरियाणा डेस्क: टिकरी बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन से इंसानियत को शर्मसार कर रख देने का मामला सामने आया है। जी हां, बता दें कि यहां पर एक युवती के साथ सामुहिक बलात्कार की वारदाता को अंजाम दिया गया है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित मृतका पश्चिम बंगाल की निवासी थी, जो कि अपने पिता के साथ टिकरी बार्डर पर आंदोलन में शामिल होने आई थी।
दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
युवती से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से चार तो किसान नेताओं का नाम सामने आ रहा है, जबकि दो आंदोलन से जुड़ी महिला वॉलंटियर शामिल हैं। आरोपियों की पहचान अनिल मालिक, अनूप सिंह, अंकुश सांगवान, जगदीश बराड़, कविता आर्य व योगिता सुहाग के रूप में हुई है। बता दें कि पीड़ित युवती की कोरोना संक्रमित होने के बाद मौत हो गई थी मगर उससे पहले उसके साथ कुछ गलत होने को लेकर कई दिनों से मामला गर्म था।
कई संगठनों के नेता इस मामले को उठा रहे थे
शुरूआत में तो मृतक युवती की मौत पर कहा जा रहा था कि, वो कोरोना से मरी है लेकिन फिर बाद में रेप की बाते सामने आ गई। मृतक युवती के पिता के बयान पर बहादुरगढ़ शहर थाना में मामला दर्ज हुआ है। कई संगठनों के नेता इस मामले को उठा रहे थे। सामूहिक दुष्कर्म के अलावा अपहरण, ब्लैकमेलिंग, बंधक बनाने और धमकी देने की धारा भी शामिल है। बताया जाता है कि, इनमें से अनूप सिंह तो हिसार क्षेत्र से है। वह आम आदमी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता रहा है। इसकी पुष्टि आप के सांसद सुशील गुप्ता ने भी की है। वहीं अनिल मलिक दिल्ली में ही आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है, मगर इसके बारे में सुशील गुप्ता ने जानकारी होने से इंकार किया है। ये दोनों ही आंदोलन की शुरूआत से टीकरी बॉर्डर पर किसान सोशल आर्मी के बैनर तले सक्रिय थे।