हरियाणा डेस्क: सरसों के भाव आसमान छू रहे हैं। आलम यह है कि सरकार को इस बार सरकारी खरीद शुरु करने की जरुरत ही नहीं पड़ी है। किसान आढ़तियों को ही MSP से अधिक पर सरसो बेच रहे हैं। वहीं विभागीय अधिकारियों की माने तो सरसों की प्राइवेट खरीद को लेकर इस बार बडा रिकार्ड बनने वाला है। जिले में अभी तक 2लाख 10 हजार क्विंटल से अधिक सरसो की प्राइवेट खरीद हो चुकी है।
सरसों उत्पादन में रेवाड़ी जिला की देश भर में अपनी पहचान
बता दें कि, सरसों उत्पादन के मामले में रेवाड़ी जिला देश भर में अपनी पहचान रखता है। इस बार यहां के किसानों ने देश में सर्वाधिक सरसो पैदा करने का रिकार्ड भी बना है। इस बार सरकार ने विदेशों से पाम ऑयल के आयात पर रोक लगा दी है। सरसों का समर्थन मूल्य 4650 है लेकिन यह खुले बाजार में ही 5000 से लेकर 55 सो रुपए के भाव में बिक रही है। यही कारण है कि इस बार सरकार को सरसो की सरकारी खरीद करने की जरुरत ही नहीं पड़ रही।