मौसम चाहे कड़ाके की सर्दी का हो या फिर सर्दी के बीच में बरसात के मौसम का लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों के हौंसले मजबूत हैं और वे हर तरह के मौसम का सामना करते हुए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। तस्वीरें यमुनानगर से सामने आई हैं। जहां हल्की बूंदाबांदी के बावजूद भी किसान यहां टोल पर धरना देते रहे और किसानों की मौत पर दुख जाहिर किया गया। इसके साथ ही किसानों की आत्माशांति के लिए सुखमणि साहिब का पाठ किया गया। किसानो के परिवार से आई महिलाओ ने भी आज के दिन इस अंदोलन में बढचढ कर भाग लिया। हालाकि मौसम सुहावना होने के कारण टोल पर बैठे पुलिस कर्मचारियों व राहगीरों के लिए किसानों ने बदाम दूध का लंगर भी लगाए हुए था।
किसानों की माने तो यह पाठ इस लिए भी किया गया है ताकि प्रधानमंत्री के मन में भी किसानों के प्रति नर्मी दिखें और इस अंदोलन का फैंसला किसानों के हको में कर तीनों कानूनों को वापिस लेना चाहिए। हालाकि अरदास के दौरान अंदोलन को कामयाब करने के लिए मन्नत मांगी गई।