आंदोलन की राह पकड़ते हुए किसान तो दिल्ली जा चुके हैं लेकिन वे अपने पीछे चर्चाओं का दौर भी छोड़ गए हैं और प्रदेश में चर्चा का दौर शुरू हुआ है उसने तो भाजपा जजपा गठबंधन के लिए सवाल खड़े कर दिए हैं कि गठबंधन में सब कुछ ठीक तो है? ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है सरकार की सहयोगी पार्टी जजपा लगातार सरकार को सलाह दे रही है। भाजपा के मंत्री कुछ कहते हैं ओर जजपा के कुछ और। दोनों ही पार्टियों के मतों में अंतर दिखलाई देता है। कुछ दिन पहले जहां जजपा नेता दिग्विजय चैटाला ने सरकार को किसान की बात मानने की सलाह दी थी तो वहीं अब जजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी भाजपा को ऐसी ही कुछ सलाह दी है। निशान सिंह का कहना है कि सरकार किसानों को किसी भी तरह से मना कर गले से लगा ले और किसानों की मांग पर सरकार को विचार विमर्श करने की सला दी हे। आइए आपको सुनवाते हैं कि क्या कहना है जजपा के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह का।
सुना आपने, जजपा की तरफ से लगातार भाजपा सरकार को विचार विमर्श करने की सलाह दी जा रही हे। आंदोलन की आंच जब जजपा को सेंकने लगी तो ये पार्टी अपना दामन बचाने में लगी है और भाजपा को ही विचार करने की सलाहें दी जा रही हैं।